राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत जनजागरूकता अभियान..
ऋषिकेश। नगर निगम ऋषिकेश के स्वर्ण जयंती सभागार में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत नगर निगम ऋषिकेश द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सहायक नगर आयुक्त चन्द्र कान्त भट्ट ने वायु प्रदूषण नियंत्रण के कारकों पर चर्चा की।उन्होंने उपस्थित जनसमूह को पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई। वहीं कार्यक्रम के मुख्यातिथि जिला गंगा सुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने कहा कि जन सहयोग के बिना कोई भी सरकारी जन कलयाणकारी योजना तब तक असरकारी (प्रभावी)नहीं हो सकती,जब तक कि उसमें आमजन का सहयोग न हो।सरकारी कल्याणकारी योजनाओं में जन सहभागिता की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है।जुगलान ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए चाहे ऊर्जा संरक्षण, जल संरक्षण हो या वायु प्रदूषण नियंत्रण की बात हो। इसके लिए हमें प्रकृति और संस्कृति के संरक्षण को ध्यान में रखकर अपनी आदतों में सुधार की आवश्यकता है।बैठकों में प्लास्टिक की बैठकों पर प्रतिबंध लगाने के साथ साथ घर परिवार में जल के दुरूपयोग सहित प्लास्टिक के प्रयोग को जीवन से कम नहीं किया गया तो भारी दुष्परिणाम होंगें।कार्यक्रम में उत्तराखंड प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों सहित बड़ी संख्या में नगर निगम कर्मियों ने भी भाग लिया।दूसरी ओर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दल ने मिशन लाइफ के अंतर्गत त्रिवेणी घाट पर नगर निगम ऋषिकेश एवं पेयजल निगम ऋषिकेश के सहयोग से कार्यक्रम आयोजित किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला गंगा समिति के सदस्य विनोद जुगलान ने कहा कि आज अगर हम प्रकृति के प्रति संवेदनशील न हुए तो अगली पीढ़ी हमें कभी माफ नहीं करेगी।उन्होंने कहा कि हमारे बुजुर्गों ने त्रिवेणी घाट पर गंगा यमुना सरस्वती तीनों के दर्शन किये लेकिन मानव के प्रादुर्भाव से सरस्वती जी यहाँ विलुप्त हो चुकी हैं।यदि हमारी सांस्कृतिक विरासत पतित पावनी सदानीरा के प्रति ऐसी उदासीन भावना रही तो गंगाजी की अविरलता पर प्रश्न चिन्ह लग जायेगा। आने वाली पीढ़ी को गंगाजी की कई सहायक नदियाँ सिर्फ इतिहास के पन्नों पर ही दिखाई देंगीं।उन्होंने अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि कुछ लोग गंगा संरक्षण का ढोंग करते हैं जबकि गंगा तटों पर सबसे अधिक मैला उन्ही के यहां से बहाया जा रहा है।गंगाजी जी की अविरलता भी ऐसे लोगों की ओर से बाधित की जा रही है।सरकार और सामाजिक संगठनों को ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए।कार्यक्रम के समापन से पूर्व मुख्यातिथि विनोद जुगलान द्वारा घाट पर उपस्थित लोगों को जीवन चर्या में परिवर्तन लाने और और पर्यावरण संरक्षण के अनुकूल आचरण करने की शपथ दिलाई गई।तथा लौंग तुलसी के एक सौ आठ पौधे वितरित किये गए ।मौके पर केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के तकनीकी पर्यवेक्षक राकेश आहूजा,अनुभाग अधिकारी डॉ पंकज,डॉ ज्योति शर्मा,ज्योति उनियाल,प्रियंका कुकरेती,योगिता मिश्रा, जल संस्थान के सहायक अभियंता एच के बंसल,26 एमएलडी के प्रभारी उत्तम सिंह पंवार,विनीत बेनीवाल,ललित नौटियाल,गुरमीत सिंह,प्रमोद थापा सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।