खुश रहो साथियों तुम्हें छोड़ कर हम चले….

छात्र नेता व राज्य आंदोलंकारी संदीप पटवाल ने दुनिया को किया अलविदा…

कॉलेज के दिनों में छात्र हितों के लिए संघर्ष करते देख संदीप पटवाल के बारे में अक्सर यही कहा जाता था की भविष्य में ये शख्स एक न एक दिन राजनीति क्षेत्र में लोकप्रियता के आयाम स्थापित करेगा पूरे प्रदेश में धाक जमाएगा। 

 लेकिन किस्मत को क्या मंजूर था कि इस व्यक्ति कि उम्मीदें व अरमानो को  बुरी नजर लग जाएगी। 

एक सुंदर सजीला नौजवान जिसने अपने काम व रुतबे से अपनी अलग पहचान बनाई थी। शोहरत व कामयाबी अपनी मंजिल की तरफ पहुँचने वाली थी कि अचानक वक्त के बेरहम हाथों ने उसकी तमाम उम्मीदों पे पानी फेर दिया।

 लम्बी बीमारी से जुझते हुए उनकी  सारी जमा पूंजी लग गयी। आखरी सांस तक संदीप पटवाल संघर्ष करते रहे ,इसके बावजूद उत्तराखण्ड आंदोलन में उन्होंने अपना योगदान दिया जिसको लेकर उत्तरखण्ड आंदोलंकारी मंच ने कुछ महीनों पहले उन्हे सम्मानित भी किया।

 उनकी मृत्यु का समाचार सुनकर मुझे भी बेहद दुख पहुंचा है संदीप पटवाल को कॉलेज के दिनों से मै जानता था। वे बड़े मिलनसार व मृदुल भाषी थे, अक्सर कॉलेज में उनका जिक्र हुआ करता था सभी उनके मित्र थे। कॉलेज की

राजनीति से लेकर भाजपा के पार्षद का सफऱ आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्रोत का काम करेगा।

 

देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा डी ए वी महाविद्यालय के पूर्व छात्र नेता व पूर्व पार्षद  संदीप पटवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्हें सांस लेने की दिक्कत के चलते वह पिछले दो दिन से दून मेडिकल कालेज के चेस्ट वार्ड में भर्ती थे। उनको लंग्स में इंफेक्शन के चलते पिछले डेढ़ दो वर्षों से AIMS ऋषिकेश से इलाज चल रहा था। वहीं कल देर रात दून अस्पताल में देहान्त हो गया।
90 से आगे के दशक में शहर व डीo एo वीo कॉलेज में संदीप पटवाल जाना माना नाम था। प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश उपाध्यक्ष सतेन्द्र भण्डारी ने बताया कि रवीन्द्र जुगरान को डीo एo वीo में महाविद्यालय में महासचिव व अध्यक्ष बनाने में इनकी पूरी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका हुआ करती थी।
पृथक उत्तराखण्ड आन्दोलन में उन्होंने बहुत योगदान दिया फिर चाहे वह बन्द चक्का जाम व रेल रोको व छात्रों के साथ समन्वय बनाकर बेहतरीन कार्य किया। प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने बताया कि जब राज्य आन्दोलन के लियॆ जुगरान के नेतृत्व में प्रदेश भ्रमण पर थी तो मैं औऱ सुनील डबराल संदीप पटवाल व उनके मित्र सुबोध सती एवं विजय प्रताप मल्ल से एक स्कूटर रैली का प्रस्ताव लेकर गये इस पर उन्होंने तुरन्त हामी भरी औऱ पहली बार देहरादून शहर में इतनी बड़ी दो पहिया वाहन रैली आयोजित हुई थी।
प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूड़ी व गणेश डंगवाल ने कहा कि राज्य बनने के बाद वह भाजपा से जुड़ गये औऱ आर्यनगर क्षेत्र से लगातार तीन बार पार्षद रहें। गणेश डंगवाल ने कहा कि हम दोनों ने ही एक कार्य किया वह अपने वार्ड के प्रति बहुत सचेत रहते थे। अपने शान्त औऱ कुशल व्यवहार के धनी संदीप पटवाल अपने पीछे पत्नी औऱ दो एक लड़की व एक लड़का छोड़ गये। अन्तिम संस्कार हेतु आज उनके आवास साकेत राजपुर रोड़ से हरिद्वार में उनके पुत्र दिव्यांश पटवाल ने मुखाग्नि दी।
उनको श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों में मुख्यतः रवीन्द्र जुगरान , जगमोहन सिंह नेगी , विजय प्रताप मल्ल , राकेश बछेती , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , सुशील कुमार , वेदा कोठारी , ओमी उनियाल , सुबोध सेमवाल , सुरेश चंदोला , महेन्द्र रावत, कलम सिंह गुसाईं , चन्द्र किरण राणा , गणेश डंगवाल , रामकृष्ण तिवारी , देवेन्द्र बडोला , प्रेम सिंह नेगी , बीर सिंह रावत , सतेन्द्र नौगाँई , विनोद असवाल , संतन सिंह रावत , राकेश नौटियाल , सुरेश नेगी गौरव खंडूड़ी , भानु रावत , विरेन्द्र सकलानी , पुष्पलता सिलमाणा , सुलोचना भट्ट , राजेश्वरी नेगी , राधा तिवारी , अरुणा थपलियाल , देवेश्वरी रावत , सुलोचना गुसांई आदि रहें।