फिर शुरू होने को है दिल्ली में वायु प्रदूषण का दौर …..
दिल्ली। कभी वो दौर था कि जब दिल्ली का नाम आते ही दिल थाम लिया करते थे। दिल्ली में अपनों के मिलने की आस।
साथ बिताए गुजारे उन लम्हो की याद दिल्ली की और खींच लाती है हमको ।
लेकिन दिल्ली से रूबरू होने का एहसास अब सिर्फ ख्यालों व किताबों तक ही सीमित रह गया है।
क्योकि दिल्ली की आबोहवा इतनी अच्छी नही रही है अब बदल चुकी है।
दिल्ली में अब वायु प्रदूषण आम समस्या बनती जा रही है। आमतौर पर दिल्ली में अक्टूबर से हवा की क्वालिटी खराब होनी शुरू हो जाती है।नवंबर, दिसंबर और जनवरी में ये पीक पर होती है. लेकिन, इस साल सितंबर से ही हवा खराब होनी शुरू हो गई है।
सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि एनसीआर और पड़ोसी राज्यों- हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भी सर्दियों के मौसम में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है. वायु प्रदूषण की कोई एक वजह नहीं है। इसकी कई सारी वजहें हैं।
दिल्ली के एक तरफ तराई वाले मैदानी इलाके हैं तो दूसरी तरफ रेगिस्तान है. यहां हवा की गति, दिशा, नमी, तापमान और दबाव… वायु प्रदूषण के स्तर को प्रभावित करते हैं।
अगस्त 2018 में संसदीय समिति ने राज्यसभा में ‘दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति’ पर रिपोर्ट पेश की थी। इस रिपोर्ट में वायु प्रदूषण बढ़ाने वाले कारणों के बारे में बताया गया था. इसके मुताबिक, गाड़ियों से निकलने वाला धुंआ, कंस्ट्रक्शन, इंडस्ट्री से निकलने वाला धुंआ, कचरा जलाने पर निकलने वाला धुंआ और सड़कों पर जमी धूल की वजह से प्रदूषण बढ़ता है।