जमीनी तहजीब के साथ लाजवाब है जिनकी  मेजबानी…

0

ताम- झाम रेस्तरां खाने के शौक़ीनो का आशियाना….

 

डॉ. बी. आर. चौहान

(अहमदाबाद) : एक अच्छा रेस्तरां वह माना जाता हैं जहाँ साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाता है और ग्राहकों की आवभगत का खास ख्याल रखा जाता है। ग्राहकों को ऐसा महसूस होना चाहिए कि उन्हे आदर -सम्मान दिया जा रहा है। रेस्तरां में स्टाफ का व्यवहार मृदु और मित्रतापूर्ण होना चाहिए। रेस्तरां का माहौल सुंदर , आकर्षक, मनमोहक और कीमत भी वाजिब हो तो क्या कहना।
भोजन स्वादिष्ट, पौष्टिक व उच्च गुणवता वाला हो तो बेहतर है। स्वादिष्ट भोजन और रेस्तरां के स्टाफ का विनम्र व्यवहार ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करता है।

हम अपने आसपास देखते हैं कि कई रेस्तरां हर वर्ष खुलते हैं लेकिन कुछ समय बाद ही बंद हो जाते हैं। रेस्तरां चलाने के लिए जरूरी है कि उसका प्रबंध कुशलता से हो। एक अच्छे रेस्तरां मालिक को पता है कि भोजन की क्या लागत होगी, कितने कर्मचारी और शेफ ( कारीगर) रखने होंगे, कच्चा माल ( खाने पीने का सामान) कहाँ अच्छा और सस्ता मिलता है?

खाना तो हर कोई अपने घर में खाता ही है लेकिन रेस्तरां का मेनू बेहतर तरीके से बनाया व डिजाइन् किया हुआ होगा तो वह ग्राहकों का ध्यान स्वत: ही अपनी ओर खीच लेगा। खाने पीने की चीजों के विवरण पर भी विशेष त्वजो देना जरूरी है।

उपरोक्त सभी विशेषताओं को मध्य नज़र रखते हुए आज हमारी मुलाकात एक 51 वर्षीय रेस्तरां व्यवसायी श्री सुनील जसानी से उनके सिंधु भवन रोड़ , अहमदाबाद स्थित रेस्तरां मे हुई । यह रेस्तरां श्रृंखला सारे अहमदाबाद व गुजरात के कई शहरों बहुत मशहूर है। इस रेस्तरां में लगभग खाने पीने की 200 चीजें हैं। इसमें आपको एक बार 600 रुपए देकर प्रवेश करना है फिर आप भारतीय, इटली, फ्रेंच, ब्राजिलियन और युरोपियंन पकवानों व पेय का लुत्फ़ उठा सकते है। दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों मे ऐसा खाना आपको इससे लगभग 10 गुना कीमत मे ही मिल सकता है। आप अपनी इच्छा अनुसार कोई भी व्यंजन कितनी ही मात्रा मे ले सकते है । आपके ऊपर कोई रोक टोक नही है। इस रेस्तरां में श्री नायक, मुख्य शेफ़ है जो अपना कार्य बखूबी निभा रहे है। इस रेस्तरां में साफ सफाई का खास ख्याल रखा जाता हैं। इस रेस्तरां के वरिष्ठ प्रबंधक गण मेहमानों का बहुत ख्याल रखते है और शिकायत का कोई मौका नही देते।

सुनील जसानी ने ताम- झाम रेस्तरां श्रृंखला 2016 मे बड़ौदा, गुजरात से बहुत कम पैसों मे शुरू की थी। आज इनकी रेस्तरां श्रृंखला (जिसमें कुछ रेस्तरां घी गुड के नाम से भी है ) गुजरात के अनेक शहरों में है। अभी तक इनके पास लगभग 1000 व्यक्ति कार्यरत है । एक हजार लोगो को रोजगार देना और ऊपर से लाभ भी कमाना एक बहुत अच्छी बात है। अपने व्यवसाय को जसानी जी भारत के अनेक शहरों में फैलाना चाहते है। अभी उनका लक्ष्य दिल्ली, बंगलौर, मुंबई, चेन्नई और कोलकता मे अपनी रेस्तरां श्रृंखला को ले जाना है।

जसानी जी की खास बात है कि वह बहुत ही सरल स्वभाव के है। उनका अपने कर्मचारियों से मृदु संबंध है और उनके काम पर वह बराबर नज़र तो जरूर रखते है लेकिन उनके कार्यो मे बेवजह हस्तक्षेप नही करते।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *