देश की स्वतंत्रता अभी अधूरी है…..
जोधपुर/उत्तराखण्ड। आज पूरा देश आजादी का अमृत उत्सव मना रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है देश के हर एक कोने-कोने में तिरंगा लहराए जाना चाहिए। कोई जगह अछूती ना रह जाये। आज हर व्यक्ति को ये अहसास दिलाया जा रहा है कि देश पूरी तरह आजाद है और हर व्यक्ति को अपने मन मुताबिक काम करने की पूरी स्वतंत्रता है।
आप सोच रहे होंगे कि लिखने वाला ऐसी कौन सी अनोखी बात का खुलासा करने जा रहा है !
तो आपको बता दें कि देश वास्तव में अभी पूरी तरह स्वतंत्र नही हुआ है।
जोधपुर मे स्कूल के एक बच्चे को पानी पीने के लिए मटका छूने पर शिक्षक द्वारा बेहरमी से इस कदर पीटा गया कि उसकी मौत हो गयी। आखिर क्या कसूर था उस मासूम बच्चे का जो उसे पानी पीने के लिए इतनी बड़ी कीमत चुकानी पड़ी। एक शिक्षक जो बच्चों का मार्ग दर्शक व पथ प्रदर्शक होता है और उन्हें एक बेहतर जिंदगी जीने के अधिकारो से अवगत कराता है।
आज वो शिक्षक सिर्फ इस बात से नाराज होता है कि पानी का मटका छूने वाला बच्चा दलित परिवार से है। इसलिए उसे बेहरमी से पीटा गया और इस कदर पीटा की उसकी मौत हो गयी। ये कैसी सोच, कैसी मानसिकता है कि एक मासूम को बेदर्दी से पीटते हुए उस शिक्षक के हाथ तक नही कांपे।
इस दुखद घटना ने ये साबित कर दिया है कि देश आज पूरी तरह स्वतंत्र नही हुआ।
सही मायनों में कहा जाए तो जब तक देश मे छुआ-छूत,भेदभाव का बोलबाला है देश आजाद नही हो सकता। जरा सोचिए ऐसी सोच मानसिकता वाले गुरु की शिक्षा को ग्रहण कर उन विद्यार्थियों का भविष्य कैसा होगा और देश के प्रति उनका नजरिया कैसा होगा।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सपनो का हिन्दू राष्ट्र भारत अभी बहुत कोसो दूर है।