मृदुभाषी एवं सज्जनता की प्रतिमूर्ति थे पत्रकार भोला नाथ यादव
वरिष्ठ साथी के खोने का गम अब तक नही भूल पाए : बी.आर.चौहान
दिल्ली। जीवन में यदि कभी ऐसा क्षण आ जाए, जब हम से हमारा कोई प्रियजन हमेशा के लिए दूर चला जाए तो यह हमारे जीवन का सबसे बुरा वक्त बन जाता है। प्रियजन की यादें भूले नहीं बुलाई जाती हैं। ऐसे में किसी अपने को खो देने के शोक से लोग सालों साल तक उबर नहीं पाते हैं। हमारे लिए यह विश्वास कर पाना कठिन हो जाता है कि जिस व्यक्ति से हम इतना प्यार करते थे, वह अब हमारे बीच कभी लौटकर नहीं आएगा।
दिल्ली के इंटरप्रेन्योर टाइम्स में वरिष्ठ समाचार सम्पादक के पद पर कार्यरत भोला नाथ यादव के अचानक गुजर जाने पर अपने उदगार व्यक्त करते हुए उनके सहयोगी मित्र व पत्रकार साहित्य से जुड़े खादी ग्रामोद्योग आयोग में निदेशक पद से सेवा निवृत बी.आर.चौहान ने कहा है कि ऐसी महान शख्सियत के ना होने से पत्रकारिता जगत को आज अभूतपूर्ण क्षति हुई है जिसकी भरपाई करना बहुत मुश्किल है।
इंटरप्रेन्योर टाइम्स कार्यालय में एक शोक सभा के दौरान स्व.भोला नाथ यादव को श्रद्धांजलि देते हुए श्री चौहान ने उनके साथ बिताए उन पलों को याद कर अपने अनुभव व्यक्त किये।
उन्होंने कहा कि दिल्ली मीडिया एसोसिएशन के सक्रिय सदस्य रहे स्व. भोला नाथ यादव ने इलाहबाद विश्वविधायालय में एम.ए राजनीति शास्त्र से टॉप किया था। उनके जीवन का उद्देश्य सदैव दूसरों की मदद करना व मृदुभाषी एवं सज्जनता के साथ बेहतर सम्वाद स्थापित करना था।