जलियांवाला बाग कांड के शहीदों को नमन कर दी श्रद्धांजलि
जलियांवाला बाग कांड के शहीदों को नमन कर दी श्रद्धांजलि
कहते भी गए जलते भी गए आजादी के परवाने। जीना तो उसका जीना जो मरना वतन पे जाने।
देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का मोह छोड़ कर अंगेजी हुक्मरानों के विरुद्ध जलियांवाला बाग में सैकड़ो क्रांतिकारियों ने आवाज उठाकर स्वाधीनता की अलख जगाई थी। पुलिस की गोलियां खत्म हो गयी पर वन्देमातरम का नारा थमा नही।। जलियांवाला बाग में जनरल डायर की गोलीयों से कई क्रांतिकारी शहीद हो गए। इस घटने ने उस समय पूरे देश को हिलाकर रख दिया। आज भी उस घटना को याद करते हुए देश के हर भारतीयों की आखों में आंसू झलक पड़ते है।
जलियांवाला बाग कांड के शहीदो की स्मृति 102 वी पुण्यतिथि पर संयुक्त नागरिक संगठन के बैनर तले कई सामाजिक संस्थाओ जिसमे संयुक्त नागरिक संगठन , स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी समिति , राज्य आंदोलनकारी मंच , सर्वधर्म समाज सद्भावना समिति , के प्रतिनिधि गांधी पार्क में सांय 05-30 बजे भारी संख्या में एकत्रित होकर नमन करते हुए उन सभी आजादी के सिपाहियों को श्रद्धांजलि स्वरूप मोमबती जलाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
आज श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालो में मुख्यतः अध्यक्ष ब्रिगेडियर के जी बहल , सचिव सुशील त्यागी , मुकेश नारायण शर्मा , प्रदीप कुकरेती , तारा चन्द गुप्ता , गुलिस्तां ख़ानम , अधिवक्ता रवि सिंह नेगी तिब्बतन वुमन एसोसिएशन की
गंगा डोलमा , कार्की डोलमा , तासी थोमो , श्रींग , सुरेश नेगी , उपेन्द्र विजल्वाण , कर्नल मनहास , महेश भण्डारी व अन्य मौजूद रहे
कहते भी गए जलते भी गए आजादी के परवाने। जीना तो उसका जीना जो मरना वतन पे जाने।