सरकार के खिलाफ सड़को पर उतरे दिव्यांगजन
सरकार द्वारा कथित गुमराह किये जाने पर दिव्यांगजनों का टूटा सब्र का बांध
देहरादून। नन्दा देवी निर्धन दिव्यांग कल्याण एसोसिएशन के बैनर तले अपनी 16 सूत्रीय मांगों को लेकर लम्बे समय से सरकार से मांग उठाते आ रहे दिव्यांग जनों के सब्र का बांध आखिरकार टूट ही गया। सरकार द्वारा मांगे ना माने जाने पर आज दिव्यांगो का जन सैलाब बड़ी सँख्या में गांधी पार्क में एकत्रित हो गया जहाँ उन्होंने धरना प्रदर्शन के माध्यम से सरकार के खिलाफ आंदोलन का आगाज कर दिया। यही नही बल्कि दिव्यांको ने सरकार को भेजे मांगपत्र के साथ स्पष्ट रूप से ये एलान कर दिया कि यदि उनकी मांगे ना मानी गयी तो मजबूरन उन्हें आत्मदाह के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
राज्यपाल व मुख्यमंत्री को भेजे गए मांगपत्र में अवगत कराते हुए दिव्यांग जनों का ये कहना है कि सरकार द्वारा जारी शासनादेश में दिव्यांग पेंशन उन्हें हर माह दिए जाने का प्रविधान है। राज्य में बढ़ती महंगाई को देखते हुए उन्हें हर माह 3000 हजार रुपये मासिक पेंशन मिलनी चाहिए। इसके अलावा स्वरोजगार के तहत दिव्यागों को नगर निगम द्वारा 20 प्रतिशत का कोटा निर्धारित किया गया है जिसको अब तक अमल में नही लाया गया। इस सम्बंध में जानकारी देते हुए दिव्यांग कल्याण एसोसियेशन के प्रदेश अध्यक्ष बसन्त कुमार थपलियाल ने बताया कि दुरस्त क्षेत्रो से आये दिव्यांग जनों को आर्थिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है । लम्बे समय से सरकार को मांगो से अवगत कराया जा रहा है परन्तु सरकार हीलाहवाली के चलते दिव्यांगों के अधिकारों का हनन हो रहा है और उन्हें गुमराह किया जा रहा है।
श्री थपलियाल ने कहा कि यदि सरकार दिव्यांगों की न्यायोचित मांगों पर शीघ्र कोई कार्यवाही नही करती तो इसके लिए दिव्यांग समूह भारी तादाद में एकत्रित होकर आंदोलन के लिए सड़को पर उतरेगा। जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।