पहाड़ों की रानी मसूरी में शराब बिक्री के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा

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एसडीएम को ज्ञापन देते हुए दी आंदोलन की चेतावनी
मसूरी। बिलारू क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे खोली गई शराब की दुकान ने स्थानीय जनता, विशेष रूप से महिलाओं में आक्रोश भड़का दी है। क्षेत्र की महिलाओं ने इस कदम को समाज विरोधी करार देते हुए न केवल विरोध प्रदर्शन किया, बल्कि सभासद जसबीर कौर के नेतृत्व में सोमवार को एसडीएम कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी देहरादून के नाम ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने तत्काल शराब की दुकान को बंद करवाने की मांग की है।
विरोध जताने आई बिलारू की महिलाओं ने बताया कि जब से यह दुकान खुली है, तब से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। खुलेआम सड़क किनारे शराब पीने की घटनाएं बढ़ गई हैं। जिस रास्ते से गांव के बच्चे स्कूल और कॉलेज जाते हैं, वहीं शराब के नशे में धुत लोग बैठे मिलते हैं। जिससे छात्राओं को खासा असहज और असुरक्षित महसूस हो रहा है। एक महिला ने गुस्से में कहा कि हम अपने बच्चों को कैसे पढ़ने भेजें? जब हर मोड़ पर शराब पीते लोग मिलेंगे तो बेटियों की सुरक्षा कौन करेगा? महिलाओं ने बताया कि यह सिर्फ एक दुकान नहीं है, बल्कि पूरे सामाजिक ढांचे को गिराने की शुरुआत है। क्षेत्र में पहले से ही युवाओं में नशे की प्रवृत्ति बढ़ रही है। अब यह दुकान उनकी पहुंच को और आसान बना रही है।
सभासद जसबीर कौर ने कहा उत्तराखंड सरकार शराब से राजस्व कमाने की होड़ में सामाजिक मूल्यों को ताक पर रख रही है। स्कूल, मंदिर, बस्ती के पास शराब की दुकानें खोलना कहां की नीति है? उन्होंने आरोप लगाया कि शराब दुकानों को खोलने के लिए निर्धारित नियमों की खुलकर अनदेखी की जा रही है। जसबीर कौर और महिला प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि आगामी एक सप्ताह के भीतर यह दुकान बंद नहीं की गई, तो महिलाएं राष्ट्रीय राजमार्ग पर अनिश्चितकालीन चक्का जाम करने को मजबूर होंगी।