श्रीयंत्र टापू काण्ड के शहीद को याद कर मंच ने दी श्रद्धान्जलि
इतिहास के पन्नो में भरी पड़ी है शहीदों की अमर गाथायें
देहरादून। राज्य आंदोलनकारियों की शहादत व उनकी कुर्बानियों से जुड़ी गाथाएं इतिहास के पन्नो में भरी पड़ी है। आज भी उन घटना को याद करते है तो आखों से आंसू छलक पड़ते है। ऐसी ही एक घटना को याद करते हुए आज आंदोलनकारी मंच ने राज्य आन्दोलन के दौरान श्रीयंत्र टापू काण्ड मे़ शहीद हुए राजेश रावत व जसौधर बेंजवाल को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
उलेखनीय है कि पृथक उत्तराखण्ड राज्य की मांग क़ो लेकर श्रीनगर गढ़वाल के श्रीयंत्र टापू पर धरना दिया जा रहा था उस समय तत्कलीन मुलायम सरकार द्बारा राज्य क़ी मांग करने वालो पर पुलिस क़ो कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए जाते थे।
10 नवम्बर 1995 को श्रीनगर(गढ़वाल) के श्रीयंत्र टापू पर दो आन्दोलनकारियों यशोधर बेंजवाल और राजेश रावत की बर्बरता पूर्वक हत्या करके उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके शरीरों को अलकनंदा नदी में बहा दिया था.इस टापू पर उत्तराखंड राज्य की मांग को लेकर अनशन चलाया जा रहा था.इन दो आन्दोलनकारियों की हत्या के अलावा पुलिस ने यहाँ से 55 आन्दोलनकारियों को गिरफ्तार किया,जिनमें डा.एस.पी.सती,गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष,अनिल काला काला शामिल थे.भाई अनिल काला अब इस दुनिया में नहीं हैं.
इन आन्दोलनकारियों को पुलिस गाडी में रास्ते भर बुरे तरीके से पीटते हुए सहारनपुर जेल ले गयी.उस समय उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन था और कांग्रेसी नेता मोतीलाल वोरा उत्तर प्रदेश के राज्यपाल थे.उनकी सदारत में इस दमन काण्ड को अंजाम दिया गया.
यह विडम्बना है कि उत्तराखंड आन्दोलन में दमन करने या दमनकारियों को बचाने में मुलायम सिंह यादव की सपा सरकार द्बारा खटीमा, मसूरी, मुज्फ्फरनगर गोलीकांड ने करवाए गये। बर्बरता पूर्वक लाठी चार्ज के चलते अलखनन्दा नदी मे़ राज्य आंदोलनकारी कूदने क़ो मजबूर हुए जिससे ये दोनो शहीदों के शवों क़ो स्वर्गीय आर सी चन्दौला व पूर्व सैनिक मुकेश चंदोला व साथियों द्बारा नदी से निकाल कर लाये।
राज्य आंदोलनकारी मंच हर वर्ष अपनी सरकार व शासन से अपने शहीदों क़ो न्याय दिलाने के लिए मांग करता रहा है औऱ आज भी संघर्षरत है।
आज श्रद्धांजली देने वालो मे़ जगमोहन सिंह नेगी , चन्द्र किरण राणा , प्रदीप कुकरेती , भुवनेश्वरी नेगी , जीत्पाल बर्त्वाल , सुरेश कुमार , प्रभात डन्ड्रियाल , वेदा कोठारी , केशव उनियाल , मोहन रावत , अमर सिंह व सुरेश नेगी आदि।