उत्तराखण्ड में 7 फरवरी को तीन दिवसीय राष्ट्रीय विंटर गेम्स का शुभारम्भ
उत्तराखंड में साहसिक खेलों को मिलेगा बढ़ावा
देहरादून। देवभूमि उत्तराखंड में साहसिक खेलों को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से हर साल चमोली जिले के औली में राष्ट्रीय विंटर गेम्स का आयोजन किया जाता है। इस साल आयोजित होने वाले राष्ट्रीय विंटर गेम्स का शुभारंभ 07 फरवरी को किया जाएगा।
कोरोना के चलते 2019 से विंटर गेम्स का आयोजन नहीं किया गया था। ऐसे में कोरोना के तेजी से कम होते मामलों के बीच एक बार फिर विंटर गेम्स का आयोजन किया जा रहा है। जो प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ पर्यटकों व पर्यटन कारोबारियों के लिए सुखद है। पर्यटन विभाग और गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन), जिला प्रशासन चमोली, आईटीबीपी, स्कीइंग एंड स्नो बोर्ड एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सहयोग से आयोजित होने वाले गेम्स में उत्तराखंड, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एंड कश्मीर समेत विभिन्न राज्यों की 16 टीमों के 200 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी औली के आसपास के क्षेत्रों में बड़ी संख्या में पर्यटन आ रहे हैं। जिनके लिए विंटर गेम्स एक अतिरिक्त आकर्षण का केंद्र होगा। उधर इस वर्ष हुई अच्छी बर्फबारी से पर्यटकों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है। उधर मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावनाएं जताई हैं।
औली में होने वाले विंटर गेम्स फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल स्कीइंग द्वारा सर्टिफायड स्लोप है। औली अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए दुनियाभर में मशहूर है। औली तक पहुंचने के लिए देश के सबसे तेज स्पीड वाला रोपवे बनाया गया है। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित औली देश ही नहीं विदेश के प्रसिद्ध स्कीइंग स्थल में से एक है और यह जगह लंबे समय से पर्यटकों और साहसिक खेलों के शौकीनों को अपनी ओर आकर्षित करती रही है। स्कीइंग करने के अलावा पर्यटक यहां नंदा देवी, माणा और कामत जैसे पर्वत श्रृंखलाओं को भी देख सकते हैं।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि तीन दिवसीय राष्ट्रीय विंटर गेम्स के लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। राष्ट्रीय विंटर गेम्स के सफल आयोजन के लिए विभाग प्रतिबद्ध है। जिससे प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को भी लाभ मिले। बीते कुछ वर्षों में साहसिक पर्यटन को लेकर देश-विदेश के पर्यटकों का रुख प्रदेश की ओर होने लगा है। इसका सीधा लाभ प्रदेश को मिल रहा है।