होम स्टे योजना को मिले पंख : अब सब्सिडी मिलेगी 15 लाख
रोजगार के क्षेत्र में युवाओं को मिलेगा प्रोत्साहन
देहरादून। उत्तराखंड में पटरी पर लौटते पर्यटन को और रफ्तार देने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार ने मंगलवार को पर्यटन से जुड़े कई अहम निर्णय लिए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में हुई प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में होमस्टे योजना के तहत सब्सिडी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। अब होमस्टे योजना के तहत 10 लाख रुपये के स्थान पर 15 लाख रुपये या लागत का 50 प्रतिशत, जो भी अधिक हो, सब्सिडी मिलेगी। इसके अतिरिक्त श्री बद्रीनाथ धाम में होने वाले विकास कार्यों को एकल निविदा के जरिए कराये जाने का महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है।
कोविड महामारी के दौरान बुरी तरह प्रभावित पर्यटन उद्योग के लिए प्रदेश सरकार निरंतर विभिन्न स्कीमों के जरिए उद्योग के लिए कदम उठाती रही है। मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद श्री धामी निरंतर पर्यटन क्षेत्र के विकास पर ध्यान केंद्रित किये हुए हैं। प्रदेश सरकार का फोकस अब पर्यटन में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्ये से होम स्टे योजना को और ज्यादा आकर्षक बनाने पर है। इसके अतिरक्त केदारनाथ धाम के विकास में तेजी के बाद अब सरकार श्री बद्रीधाम के विकास को रफ्तार देने पर भी जोर दे रही है। कैबिनेट में लिया गया एकल निविदा से विकास कार्य कराये जाने का निर्णय इसमें सहायक होगा। श्री बद्री नाथ धाम में मास्टर प्लान की अनुमति के उपरान्त प्रभावितों को मुवाअजा दिए जाने के लिए प्रतिकर नीति निर्धारित की गयी है।
कैबिनेट के निर्मय के मुताबिक दीनदयाल होम स्टे योजना के जरिए रोजगार बढ़ाये जाने के लिए सब्सिडी की सीमा 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 15 लाख रुपये और अधिकतम 50 प्रतिशत जो भी कम हो, करने का निर्णय लिया है। साथ ही होम स्टे योजना के अन्तर्गत लीज भूमि में भी होम स्टे बनाये जाने की अनुमति प्रदान की गयी है। वहीं, उत्तराखण्ड में पर्यावरण की दृष्टि से पर्यटन स्थलों को विकसित किये जाने के लिए इको टूरिज्म विंग का गठन किया गया है, जिससे कि वन विभाग के दिशानिर्देशों का पालन भी सुनिश्चित किया जा सके।
पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों से पर्यटन क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों को तेजी मिलेगी। हाल ही में श्री केदारनाथ धाम आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उत्तराखंड की दीन दयाल होम स्टे योजना की सराहना की थी। इसके साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
वहीं पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा कि श्री बद्रीनाथ धाम में हो रहे विकास कार्य से देश-विदेश के तीर्थयात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी। कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों से विकास कार्यों को तेजी मिलने के साथ राज्य के पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। जिसका सीधा सकारात्मक असर प्रदेश के रोजगार और राजस्व पर पड़ेगा।