हिमाचल की तर्ज पर राज्य में बने भू-कानून……

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आन्दोलनकारियो ने भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले खोला मोर्चा

 देहरादून। हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भूमि कानून की मांग को लेकर भू-कानून संयुक्त संघर्ष मोर्चा उत्तराखण्ड के बैनर तले  आंदोलनकारियों का जन सैलाब आज सड़कों पर उमड़ा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज से भू-कानून को लेकर सभी आंदोलनकारियों ने सड़को पर निकलकर घण्टाघर की परिक्रमा की एवं 02 मिनट का सांकेतिक जाम लगया व 2018 के कानून के विरोध में मौन किया। इस बीच आन्दोलनकारियो ने घण्टाघर स्थित पर्वतीय गाँधी स्वo इण्द्रमणी बडोनी की मूर्ति पर एकत्र होकर सर्वप्रथम पूर्ति के चारो ओर गन्दगी व कूड़े की सफाई की जिसमे बल्ली, शराब की बोतले व गन्दगी का अंबार पर गढ़वाल सभा के अध्यक्ष रोशन धस्माना ने रोष व्यक्त किया। सूक्ष्म सभा कर नारे बाजी की कि 2018 का भू कानून निरस्त करों हिमाचल की तर्ज पर सशक्त भू-कानून लागू करों लागू करों, उत्तराखण्ड सरकार होश में आओ होश में आओ।
आज सभा में निर्मला बिष्ट व जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि सरकार सर्वप्रथम 2018 में बनाए कानून को समाप्त कर आगामी गैरसैण सत्र में हिमाचल की तर्ज पर सशक्त कानून
बनाकर लागू किया जाय।
उषा भट्ट व सुरेश नेगी ने कहा कि प्रदेश सरकार शीघ्र भू माफियों पर नियंत्रण करने हेतु 2018 के कानून के तहत खरीदी गई उधोग स्थापित करने के नाम पर जांच की जाय। प्रदीप कुकरेती व पदमा गुप्ता व रोशन धस्माना ने संयुक्त बयान में कहा कि इस राज्य कि परिकल्पना यहां की भूमि व जल जंगल जमीन लुटाने को नहीं बनाया। यदि सरकार तत्काल हिमाचल तर्ज पर सशक्त भू कानून नहीं लायेगी तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन तय है।
आज मुख्यरूप से निर्मला बिष्ट, उषा भट्ट, जगमोहन सिंह नेगी , पूरण सिंह लिंगवाल, रणबीर सिंह चौधरी, सुरेश नेगी, पदमा गुप्ता, भुवनेश्वरी कठेत, विशम्बर दत्त बोन्ठियाल, आनंदी रावत, सुशीला अमोली, विजया नैथानी, थोड़ी देर से पहुंचे पूर्व राज्य मन्त्री धीरेन्द्र प्रताप , लूसून टोड्रिया ,शकुन्तला मुन्डेपी, सतेन्द्र नोगाई, विनोद असवाल, गौरव खंडूड़ी, पुष्कर बहुगुणा,  प्रभात डण्डरियाल, शकुन्तला पोखरियाल, सुलोचना गुंसाई, हेमलता नेगी, भगवती सेमवाल, रामेश्वरी नेगी आनंदी रावत, मंगला देवी चौहान, गीता कुकशाल, कांति रावल, भागेस्वरी भट्ट, कमला रावत, गीता चौहान, स्तेस्वरी ढोन्डीयाल ,कमला सकलानी, दीपा देवी, लक्ष्मी सेमवाल, माहेश्वरी पंत, आदि।

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