राज्य आंदोलनकारी मंच ने एक बार फिर ठहराया राज्य सरकार को जिम्मरदार
धरने के रूप में सरकार के खिलाफ आंदोलनकारियों ने फिर भरी हुंकार
देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच के आहवान पर पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आज आंदोलनकारियों ने गांधी पार्क के मुख्य द्वार पर धरना देकर सरकार के खिलाफ एक बार फिर जंग का एलान कर दिया है। आक्रोशित आंदोलनकारियों ने राज्य की भाजपा सरकार को चेतावनी देते हुए अपनी मांगों को तत्काल पूर्ण कराने हेतु सरकार पर फिर से दबाव बनाया है।
जगमोहन सिंह नेगी व प्रदीप कुकरेती ने सयुंक्त रूप से आह्ववान किया है कि सितम्बर माह में खटीमा/मसूरी क़ी शहादत पर श्रद्धांजली अर्पित करते हुए मुख्यमन्त्री ने आंदोलनकारियों की मागों पर शीघ्र शासनादेश लागू करवाने के साथ सम्मान परिषद का गठन करने की बात कही थी साथ ही ये भी कहा था कि चिन्हीकरण हेतु जिला स्तरीय कमेटी का गठन शीघ्र किया जाएगा व सभी को एक समान पेंशन 10% क्षैतिज आरक्षण का अध्यादेश लागू किये जाने क़ी तत्काल मांग पूरी क़ी जाएगी। परन्तु अभी तक सारे आदेश ठंडे बस्ते पर है। इससे ज़ाहिर हो गया है कि सरकार राज्य आंदोलनकारियों का हित नही चाहती है।
उर्मिला शर्मा व शकुन्तला रावत ने कहा कि आखिर सरकार कब शहीदों व राज्य आन्दोलनकारियों को कब तक गुमराह करेगी। मुख्यमन्त्री को एक कदम आगे बढ़कर गंभीरता से निर्णय लेकर शीघ्र शासनादेश लागू करना चाहिए था।
धरने के अन्त में जयदीप सकलानी जी के साथ मिलकर जनगीत गाकर ऊर्जा प्रदान क़ी।
गांधी पार्क धरने का संचालन पूरण सिंह लिंगवाल ने व अध्यक्षता राज्य आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी द्वारा किया गया। जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, विक्रम भण्डारी, डी एस गुंसाई , रुकम पोखरियाल, पूरण सिंह लिंगवाल, रामलाल खंडूड़ी, सुरेश कुमार, जयदीप सकलानी, विकास रावत, प्रेम सिंह नेगी, विनोद असवाल, गम्भीर मेवाड़ , जबर सिंह पावेल, अम्बुज शर्मा, घिल्डियाल, अनुराग भट्ट , सुशील विरमानी, राजेश पान्थरी, मोहन सिंह खत्री, दिवाकर उनियाल, अतुल भट्ट, नरेन्द्र नौटियाल, ब्रजेश सिलोड़ी, पुरुषोत्तम सेमवाल, विशम्भर दत्त बोन्ठियाल, जबर सिंह पावेल, लोक बहादुर थापा, सुमित डंगवाल, लक्ष्मी बिष्ट,उमा दत्त जुगरान, दिनेश बिष्ट, नरेन्द्र बिष्ट, सुमन भण्डारी, ललित कुकरेती, अमित तिवारी, पुष्पलता सिल्माणा, सुरेश नेगी, हरजिंदर सिंह, सुलोचना भट्ट, राधा तिवारी, गुरमीत कौर, उर्मिला शर्मा, पुष्पा बहुगुणा, गीता नेगी, सुमन काला, लक्ष्मी बिष्ट, सरोज रावत, देवेश्वरी रावत, शकुन्तला रावत, बीना बहुगुणा, सुलोचना गुंसाई, सुशीला अमोली, हेमलता, विशेस्वरी रावत, पुष्पा खत्री, दरबान सिंह भण्डारी, निर्मला बर्थवाल, मनोरमा कोट्नाला, सरला नेगी, महेश्वरी कंडारी, मंजू भट्ट आदि मौजूद रहे।