आज के दिन उन्हें भी याद कर लो जरा..
शिवगंगा एनक्लेव वासियों ने धूम धाम से मनाई स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ
स्वतंत्रता का पर्व हैं खुशियों से भरा। आज के दिन उन्हें भी याद कर लो जरा। सदियों से देश मे जिन्होंने जुल्मो सितम का दर्द है सहा। खून की होली, सुलगते अंगारों की दिवाली थी जहाँ और आंसुओ का दरिया था बहा। आज के दिन उन्हें भी याद कर लो जरा।
आज देशभर में रविवार यानी 15 अगस्त को 200 वर्षों की लंबी अंग्रेजी हुकूमत को अलविदा कहते हुए आजादी का जश्न मनाया गया। इसी उपलक्ष्य में आजादी के 75 वें साल में शिवगंगा वासियों ने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम मनाकर देश की स्वाधीनता में जो लोग हुए शहीद उन्हें याद किया गया।
सहस्त्रधारा रोड, डांडालखौड़ स्थित “शिवगंगा एनक्लेव” के निवासियों ने रविवार को अपनी सोसाइटी “शिवगंगा एनक्लेव जनकल्याण समिति” के बैनर तले प्रस्तावित शिव मंदिर परिसर में सुबह नौ बजे अमृत महोत्सव के रूप में आजादी की 75वीं वर्षगांठ को धूमधाम से मनाया। आजादी के इस महोत्सव के मौके पर “शिवगंगा एनक्लेव” की मातृ शक्ति और पुरूषों के साथ ही बच्चों की भी भारी संख्या में भागीदारी रही।
इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने देश की आजादी में योगदान देने वाले शहीदों को याद करते हुए उन्हें अपने श्रृद्धासुमन अर्पित किये। वक्ताओं ने बताया कि हम अपने शहीदों के ऋणी हैं जिनकी वजह से आज खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। हमारे लिए आजादी एक अवसर के रूप में है हमें इस को अक्षुण्य बनाने बनाए रखने के लिए सतत प्रयास जारी रखने की जरूरत है। आजादी के 75 में वर्षगांठ को पूरा देश इस बार अमृत महोत्सव के रूप में मना रहा है। देश आजादी के 75 में साल में प्रवेश कर रहा है, यह सभी के लिए गर्व की बात है।
शिवगंगा एनक्लेव के झंडारोहण और अमृत महोत्सव के आयोजन में स्थानीय बालिकाओं और महिलाओं ने देशभक्ति से ओतप्रोत अनेक प्रस्तुतियां दी।
झंडारोहण और अमृत महोत्सव के आयोजन की अध्यक्षता सोसायटी के संरक्षक डॉ. ओमप्रकाश नैथानी ने की, जबकि अन्य अतिथियों में श्री डीएन वर्मा और श्री हरीश चंद्र की गरिमामय उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संयोजन “शिवगंगा एनक्लेव” के अध्यक्ष कृपाल सिंह बिष्ट और संचालन महामंत्री निशीथ सकलानी ने किया।
कार्यक्रम में शोबन सिंह पंवार, केसर सिंह, अंकित राजपूत, प्रदीप कुमार, देवेंद्र सिंह चौहान, निर्मल साहनी, शोभित राठी, संजय शर्मा, शिवा थपलियाल, हर्ष गौड़, मनोज पटेल, रामसिंह डसिला, हरीश बर्थवाल, कमल गोसाईं, हरीश शर्मा, पुष्कर सिंह चौधरी, विनय भट्ट, श्रीमती शकुंतला गोसाईं, श्रीमती सरोजिनी सकलानी, श्रीमती ज्योति, श्रीमती राधा शर्मा, श्रीमती सुलेखा गौड़, श्रीमती आशु शर्मा, सुश्री गीतांजलि, श्रीमती नीलम उनियाल, श्रीमती दमयंती भारद्वाज, श्री राजीव भटनागर, कुमारी नेहा, कुमारी गुंजन, श्रीमती कुसुम, श्रीमती पूजा यादव, कुमारी शोमिया, सुश्री प्रतिष्ठा, वर्चस्व राजपूत, सुश्री ज्योति शर्मा, सुश्री सुशीला शर्मा, सुश्री आराध्या, सुश्री वर्तिका, श्रीमती दीप्ति, श्रीमती पुष्पा नैथानी, श्रीमती भावना चौधरी, सिद्धार्थ सकलानी, गिरीश जोशी, आयुष बिष्ट, रजत गुसाईं, उज्जवल चौहान, कर्ण्व राठी, दक्ष राठी, श्रीमती संगीता डसिला, श्रीमती सुनीता कठैत, श्रीमती पिंकी, श्रीमती सुशीला जोशी, श्रीमती सुधा चौहान व श्रीमती पूनम शर्मा सहित अन्य दर्जनों लोगों ने भागीदारी की।