सक्रिय आंदोलन के प्रणेता डंगवाल ने दुनिया को किया अलविदा
देहरादून। राज्य आंदोलन में अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने वाले वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी चण्डी प्रसाद डंगवाल जी का 78 वर्ष की आयु में निधन हो गया।उनकी मृत्यु की खबर से राज्य आंदोलनकारियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने आज इनकी मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त कर उन्हे श्रद्धा सुमन अर्पित किये। सी पी डंगवाल जी के नाम से प्रचलित चण्डी प्रसाद जी लम्बे समय से अस्वस्थ चल रहे थे ।
उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच के जगमोहन सिंह नेगी व ओमी उनियाल ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन के दौरान वह लगातार सक्रिय रहे और दैनिक जेल भरो आंदोलन से लेकर धरना प्रदर्शन व चक्का जाम आदि में बढ़चढ़कर प्रतिभाग किया।
जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती व प्रदेश महामन्त्री रामलाल खंडूड़ी ने कहा कि हमे राज्य आन्दोलन से लेकर पिछले वर्षो तक ऊर्जा देने वाले डंगवाल जी का जाना हमारे लिए एक बड़ी क्षति है वह हमेशा राज्य आन्दोलनकारियो को एक साथ मिलकर आगे बढ़कर प्रदेश हित में कार्य करने को प्रेरित करते थे। कैलाश ध्यानी व केशव उनियाल के साथ पूर्ण सिंह लिँग्वाल ने कहा कि हमारे साथ का एक सिपाही हमे छोड़ गया हम सब मिलकर कार्यालय बन्द कराना रेल रोको व प्रत्येक संघर्ष के साथी थे। उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार में स्नान की भीड़ को देखते हुए प्रातः 09-बजे ऋषिकेश पूर्णानन्द घाट पर किया गया।
श्रद्धांजली देने वालो मे मुख्यतः ओमी उनियाल , प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती , जयदीप सकलानी , डाo अतुल शर्मा , प्रदेश महासचिव रामलाल खंडूड़ी , पूर्व विधायक राजकुमार , पूर्व पार्षद राजेश चौधरी , समाज सेवी उदय मल्ल , रंगकर्मी , रमेश डोबरियाल , फिल्म निदेशक अनुज जोशी एंव कमलेश खन्त्वाल , नाट्यकर्मी अभिषेक मैंदोला और दीपक रावत , चन्द्र किरण राणा , सुदेश सिह , सुरेश कुमार , विनोद असवाल , सुरेश नेगी , अंबुज शर्मा , राकेश नौटियाल , गौरव खंडूड़ी , वीरेन्द्र सकलानी आदि रहे।
कैलाश बिष्ट व प्रभात डन्ड्रियाल प्रमुख रूप से मौजूद रहे।