घड़ी की टिक-टिक बंद हो गई ….! नहीं रहे बिजनेस के टाइटन
मुंबई/ देहरादून । उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार देर रात निधन हो गया। आज उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मीडिया को जानकारी दी कि रतन टाटा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ होगा।
उनका पार्थिव शरीर देर रात ही अस्पताल से कोलाबा स्थित उनके घर लाया गया। आज उनका पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक साउथ मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (NCPA) के हॉल में लोगों के दर्शनार्थ रखा जाएगा। रतन टाटा ने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में आखिरी सांस ली। वे काफी समय से उम्र संबंधी बीमारियों से जूझ रहे थे। बीती रात हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल की इंटेसिव केयर यूनिट (ICU) में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। आज शाम उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रतन टाटा के निधन की जानकारी देश को सबसे पहले उद्योगपति हर्ष गोयनका ने दी। उन्होंने अपने हैंडल पर लिखा कि आज घड़ी की टिक-टिक बंद हो गई। बिजनेस के टाइटन नहीं रहे। रतन टाटा ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार के प्रतीक थे। इसके बाद टाटा ग्रुप के चेयरमैन चंद्रशेखर ने हैंडल पर ट्वीट लिखकर पुष्टि की। उन्होंने लिखा कि आज टाटा ग्रुप को अत्यंत भारी क्षति पहुंची। भारी मन से रतन टाटा को विदाई दे रहे हैं। ग्रुप के लिए रतन टाटा एक चेयरपर्सन से कहीं ज्यादा थे। वे मेरे गुरु, मार्गदर्शक और दोस्त थे। इसके बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उद्योगपति मुकेश अंबानी अस्पताल पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करके रतन टाटा के निधन पर शोक जताया। मुख्यमंत्री शिंदे ने मीडिया से बात करके उनके अंतिम संस्कार की जानकारी दी।