अमृत महोत्सव में सर्वाेच्च बलिदान देने वाले जांबाजों के परिजनों को किया सम्मानित

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देहरादून ।  देश के जाबांज वीरों के शौर्य और बलिदान को समर्पित मेरी माटी मेरा देश अभियान का जनपद स्तरीय कार्यक्रम के उपरान्त कल (शनिवार) को राज्य स्तर पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में मिट्टी/ अनाज  से भरा कलश को उत्तराखंड की पारंपरिक लोक संस्कृति व गाथाओं के साथ सम्मानपूर्वक  अमृत वाटिका नई दिल्ली के लिए वाहनों के माध्यम से रवाना किया जाएगा।
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका के कुशल मार्गदर्शन एवं मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान के नेतृत्व में जिले के सभी विकास खंडों में इस कार्यक्रम को भव्य रूप में सम्मान के साथ मनाया गया। जनपद के प्रत्येक गांव में सम्मान समारोह आयोजित कर देश के प्रति अपना सर्वाेच्च बलिदान देने वाले जांबाजों के परिजनों को सम्मानित किया गया। तदोपरांत गांव की पवित्र माटी को कलश में भरकर पहले विकासखण्ड मुख्यालय में एकत्रित करने के उपरान्त   प्रत्येक विकासखण्ड से मिट्टी कलश को जनपद मुख्यालय में लाया गया। जिसे कल (शनिवार) को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद औपचारिक रूप देश राजधानी के लिए रवाना किया जाएगा। कलश यात्रा आगामी दिनों कर्तव्य पथ दिल्ली में सम्पन्न होगी।

जनपद में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका के निर्देशन  में आयोजित कार्यक्रम में नोडल अधिकारी मेरी माटी मेरा देश/ मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान के कुशल नेतृत्व में जनपद स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए। उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम के तहत 9 अक्टूबर को विकास खंड कालसी,10 अक्टूबर को डोईवाला,11 अक्टूबर को चकराता एवं 13 अक्टूबर को रायपुर,सहसपुर, विकासनगर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। मिट्टी कलश को विकासखंडों में एकत्र किए गए। कल (शनिवार) को नींबूवाला में संस्कृति विभाग के ऑडिटोरियम में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद मिट्टी कलश यात्रा को सम्मान पूर्वक दिल्ली रवाना किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि मेरी माटी मेरा देश अभियान में जिले में आम जनता के साथ   ही,समाजसेवियों,गणमान्यगणों,प्रबुद्धजनों एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा बढ़चढ़कर प्रतिभाग कर अभियान को सफल बनाया।  उक्त अभियान के अंतर्गत प्रत्येक गांव में देश सेवा के प्रति अपने प्राणों की आहुति देने वाले अमर वीर सपूतों को याद किया गया। तथा उनकी याद में गांव में अविस्मरणीय शीला फलक की स्थापना की गई। साथ ही गांव में समारोह आयोजित कर शहीद वीर सपूतों के माता- पिता एवं उनके परिजनों एवं सम्बन्धितों  को सम्मानित किया गया।

 

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