पुलिस उत्पीड़न के खिलाफ राजनैतिक एवं सामाजिक संगठनों का जनाक्रोश….
देहरादून। बेरोजगारों के आन्दोलन के साथ राजनैतिक एवं सामाजिक संगठनों की आम बैठक में पुलिस उत्पीड़न को रोकने हेतु प्रस्ताव पारित हुआ । निर्णय लिया गया है कि मुख्यमंत्री निम्न मुद्दों पर वार्ता हेतु समय दें ताकि वास्तविक स्थिति को उनके समक्ष रखकर सौहार्दपूर्ण माहौल में समस्त प्रकरण को वार्ता के माध्यम से हल निकाला जा सके ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के नाम 7 बिन्दुओं पर पुनः वार्ता जारी की गई जिसमे :-
(1)बेरोजगारों पर लाठीचार्ज के दोषियों एसएसपी देहरादून ,एसडीएम सदर को हटाया जाऐ ।
(2) सभी गिरफ्तार आन्दोलकारियों को बिना शर्त रिहाई करो , सभी झूठे मुकदमों को वापस लिया जाऐ ।
(3)यूकेएसएसएससी के अध्यक्ष जी एस मार्तोलिया को उनके पद से हटाया जाऐ ।
(4) बेरोजगारों को नियुक्ति दु जाऐ ।
(5)भर्तियों में धांधलियों की सीबीआई जांच की जाऐ ।
(6)जोशीमठ आपदा पीड़ितों को समुचित मदद की जाऐ ।
सर्वसम्मति से यह भी निर्णय लिया गये कि यदि दो दिन में वार्ता हेतु आमंत्रित नहीं किया गया तो बैठक का आयोजन कर धारा 144 के खिलाफ आन्दोलनात्मक कार्यवाही करने के लिऐ बाधा होंगें ।
इस अवसर सपा के महासचिव अतुल शर्मा ,सीपीएम सचिव राजेन्द्र नेगी ,सामाजिक कार्यकर्ता त्रिलोचन भट्ट ,शंकर चन्द रमोला कांग्रेस ,नवनीत गुंसाई ,वालेश बवानिया ,राष्ट्रीय उत्तराखण्ड पार्टी ,हरजिंदर सिंह जेडीएस ,सुरेंद्र सिंह सजवाण ,उत्तराखण्ड किसान सभा ,अनन्त आकाश सीपीएम ,हरिओम पाली सीपीआई ,इन्दुनौडियाल ,दमयंती नेगी ,महिला समिति ,निर्मला बिष्ट महिला मंच ,लेखराज सीटू सोनाली डीएवी छात्रसंघ ,सुरेश कुमार ,उत्तराखण्ड आन्दोलनकारी परिषद ,विजय भट्ट पीपुल्स सांइस मूवमैन्ट ,पहाड़ी पार्टी मोहन सिंह नेगी ,दिनेश नौटियाल पेंशनर्स एशोसिशयन , मोहन रावत अंलकार पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ,सतीश धौलाखण्डी जनसंवाद ,नितिन ,हिमांशु एस एफ आई ,के अलावा भगवन्त पयाल ,जयकृत कण्डवाल पीपुल फोरम ,महिपाल सिंह ,रविन्द्र नौडियाल ,विनोद असवाल ,शैलेन्द्र ,सुरेश कुमार ,इन्द्रेश नौटियाल ,कमलेश खन्तवाल ,कुसुम नौडियाल ,अन्जली ,सुरेशी नेगी ,किरन मवाल, सुषमा देवी , अनिता रावत , संगीता नैथानी आदि बड़ी संख्या में शामिल थे ।