बिजली कर्मचारी भी पुलिस सिपाही के समान मुश्किल दौर में अपने फर्ज को देते है अंजाम
बिजली कर्मचारी भी सर्वप्रथम बूस्टर के है हकदार
देहरादून। संक्रमित क्षेत्रों में पहुंचकर मुश्किल दौर में भी अपने फर्ज को अंजाम दे रहे उन बिजली कर्मचारियों को बूस्टर की दरकार है। परन्तु अभी तक सरकारी तंत्र केवल पुलिस कर्मियों पर ही मेहरबान है।
सुना है सूबे में पुलिस महकमे के हर व्यक्ति को कोरोना की तीसरी डोज बूस्टर लगाया जा रहा है। ये ठीक है उनको लगना चाहिए लेकिन इसके साथ ही अपने जीवन को खतरो में डाल कर बिजली के खम्बों की लाईट ठीक करने वाले लाइनमैन भी किसी सिपाही से कम नही है। रात हो या दिन हो किसी भी समय जब ट्रांसफार्मर के फूंकने या बिजली के तारों के टूटने जैसी घटनाओं से निबटने के लिए इन्हें भेज दिया जाता है। इसके बावजूद इनकी सुरक्षा की कोई गारंटी नही है। सरकार को ऐसे लोगो पर ज्यादा ध्यान देना चाहिये। ये खुद को अंधेरे में रखकर दूसरों के घरों को रोशन करते है।