16 व 17 जुलाई को भारी वर्षा के पूर्वानुमान सावधानी बरतने को डीएम का एलान….
देहरादून । मौसम विज्ञान विभाग द्वारा 15,16 एवं 17 जुलाई 2023 को राज्य के जनपद टिहरी पौडी, हरिद्वार एवं देहरादून तथा 17 जुलाई को चम्पावत नैनीताल एवं उधमसिंहनगर में कहीं-कहीं बहुत भारी से अत्यंत भारी वर्षा व कुछ जगह भारी से बहुत भारी वर्षा गर्जना के साथ आकाशीय बिजली चमकने/वर्षा के अति तीव्र से अत्यन तीव्र दौर की संभावना व्यक्त की गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी के दृष्टिगत जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने अपने कार्यालय से वीडियो कान्फे्रसिंग के माध्यम से आईआरएस से जुड़े विभागों के अधिकारियों को हाईअलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। प्रत्येक स्तर पर तत्परता एवं सुरक्षा बनाये रखते हुए आवागमन में नियंत्रण बरतने, किसी भी आपदा/दुर्घटना को स्थिति में त्वरित स्थलीय कार्यवाही करते हुए सूचनाओं का तत्काल आदान-प्रदान करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने लोनिवि, एनएच, एनएचआई, पीएमजीएवाई के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी मोटर मार्ग के बाधित होने की दशा में उसे तत्काल खुलवाना सुनिश्चित करेंगे। समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्रों में बने रहेंगे। समस्त चैकी /थाने भी आपदा सम्बन्धी उपकरणों एवं वायरलैस सहित हाई अलर्ट में रहेंगे। उक्त अवधि में किसी भी अधिकारी कर्मचारी के मोबाईल/फोन स्विच ऑफ नहीं रहेंगे। अधिकारीगण बरसाती, छाता, टार्च, हैलमेट तथा कुछ आवश्यक उपकरण एवं सामग्री अपने वाहनों में अपने स्तर से रखने हेतु उचित कार्यवाही करेंगे। आपदा की स्थिति में लोगों के फंसे होने की स्थिति पर खाद्य सामग्री व मेडिकल की व्यवस्था के निर्देश जिला पूर्ति अधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी को दिए।
जिलाधिकारी ने निर्देशिति किया कि असामान्य मौसम, भारी वर्षा की चेतावनियों के दौरान उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पर्यटकों के आवागमन को अनुमति न दी जाये। नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर किया जाये । उन्होंने निर्देशित किया कि समस्त राजस्व उपनिरीक्षक, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी अपने क्षेत्र में बने रहेंगे। समस्त सम्बन्धित अधिकारी किसी भी प्रकार की आपदा सूचना जिला आपदा परिचालन केन्द्र 0135-27726066 2626066, 7534826066 एवं टोल फ्री नं0 1077 पर तत्काल देना सुनिश्चित करेंगे। नगर एवं कस्बाई क्षेत्रों में नालियों एवं कलवटों के अवरोधों को दूर किया जाय।