ललित मोहन जोशी बने युवा पीढ़ी के प्रेरणा स्रोत : मिला सर्वोच्च सम्मान
जोशी ने नशे के खिलाफ चलाया अभियान
300 छात्र-छात्राओं को निशुल्क शिक्षा देने की घोषणा
देहरादून । मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता, हौसलों से उड़ान होती है….
इस कथन को चरित्रार्थ करके दिखाने वाले युवा प्रतिभा ललित मोहन जोशी आज युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बन गये है।
कई सालों से नशे के खिलाफ युवाओं को जागरूक करने मे लगे सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी को इस बार उत्तराखंड श्री सम्मान से सम्मानित किया गया। देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उन्हें विगत 15 वर्षों से नशे के खिलाफ किए जा रहे कार्यों व प्रत्येक वर्ष अपने संस्थान में प्रदेश के 300 आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निरूशुल्क उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए यह सम्मान दिया।
इस मौके पर धामी ने कहा कि सरकार ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड का संकल्प लेकर चल रही है, 2025 तक उत्तराखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने के साथ ही नशा मुक्त किया जाएगा। नशा हमारे युवाओं का भविष्य बर्बाद कर रहा है, युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए उनको नशे से दूर रखना समाज के हित में है। उन्होंने जोशी के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जोशी इस दिशा में अच्छा कार्य कर रहे हैं।
आपको बता दें कि सीआईएमएस एंड यूआईएचएमटी ग्रुप ऑफ कॉलेज देहरादून के चेयरमैन एडवोकेट ललित मोहन जोशी सजग इंडिया के माध्यम से विगत 15 से अधिक वर्षों से नशा उन्मूलन को लेकर प्रयासरत हैं, 2005 में हल्द्वानी से उन्होंने इस अभियान शुरूआत की थी, और अब तक लाखों युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक कर चुके हैं। युवा संवाद कार्यक्रम के जरिए वह 1500 से अधिक स्कूलों में 7 लाख से अधिक छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद कर चुके हैं। जनवरी 2023 में भी उन्होंने प्रदेश भर के सभी जनपदों में 50 से अधिक स्कूलों में छात्र-छात्राओं से सीधा संवाद कर किया और 40 हजार से अधिक युवाओं को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। जोशी द्वारा उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुपर 300 मिशन एजुकेशन स्कीम चलाई जा रही है, जिसमें प्रदेश के आर्थिक रूप से कमजोर किसी भी वर्ग के योग्य 300 छात्र-छात्राओं को निरूशुल्क उच्च शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा प्रदान की जा रही है।