अभी आस टूटी नहीं , हौसला अभी बाकि है …..

0

चिन्हीकरण मामले को हल करने मे जुटे आंदोलंकारी….

देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य मे चिन्हीकरण व 10 प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण को लेकर लम्बे समय से मांग करते आ रहे आंदोलंकारियों के सब्र का बाँध लगता है अब टूटने के कगार पर है। सरकार के आदेश निर्गत किये जाने के बावजूद जो प्रक्रिया तेजी के साथ अमल मे लाई जानी थी ऐसा लगता है उसकी गति अब धीमी पड़ गयी है। जबकि सीएम पुष्कर सिंह धामी ने उक्त प्रकरण को जल्द से जल्द निबटाने की बात कही है।

राज्य सरकार द्वारा उक्त प्रकरण को तेजी मे लाने को जहाँ आंदोलनकारी धरना प्रदर्शन मे लगे है वही चयन समिति से जुड़े पदाधिकारी इस प्रक्रिया को अंजाम तक पहुंचाने को सीएम पुष्कर सिंह धामी से परस्पर संवाद बनाये हुए है। उम्मीद है की बहुत जल्द इस मामले को अंतिम रूप दे दिया जायेगा।
पूर्व राज्य मंत्री व वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी विवेकानंद खंडूरी से विशेष बातचीत के दौरान उन्होंने चिन्हीकरण मामले पर स्थति स्पष्ट करते हुए कहा कि

चयन समिति मे सदस्य होने के नाते उन्हे जो जिम्मेदारी दी है इसके लिए वे पूरी ईमानदारी व निष्ठा से अपने दायित्वो का निर्वहन कर रहे है।
उन्होंने बताया कि विगत दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस मसले पर वे उनसे मिले थे जिसपर उन्होने 30 प्रतिशत महिला आरक्षण बिल पास किये जाने पर सीएम का आभार व्यक्त किया था और उन्हे अवगत कराया कि अपर जिलाधिकारी व अन्य वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की सहमति से चिन्हिकरण व क्षेतीज आरक्षण संबंधी मामले की सभी अपचारिकताएं पूर्ण करा ली गयी है। लेकिन आचार सहिंता लग जाने के कारण उक्त प्रकरण अधर मे लटक गया था। काफी जद्दोजहद के बाद पुनः मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारी व वरिष्ठ प्रशानिक अधिकारियो के साथ वरिष्ठ आंदोलंकारियों के विचार विमर्श व सहमति से उक्त प्रकरण पर अंतिम फैसला होना निश्चित रूप से तय है।
श्री खंडूरी ने बताया की सीएम ने इस मसले को जल्द से जल्द हल करने का आशवासन दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *