नमामि गंगे योजना एवं विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर विस्तृत चर्चा…..
ऋषिकेश।जिलाधिकारी देहरादून की अध्यक्षता में नमामि गंगे योजना एवं विकास कार्यों की समीक्षा के लिए गठित जिला गंगा सुरक्षा समिति देहरादून की मासिक बैठक कलेक्ट्रेट परिसर ऋषिपर्णा सभागार में सम्पन्न हुई।बैठक में तीर्थ योग नगरी ऋषिकेश क्षेत्र से जुड़े मुद्दे छाए रहे।प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून नीतीश मणि त्रिपाठी ने संजय झील में गिर रहे प्रदूषित जल का मामला सदन में रखा।जिसका संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी अध्यक्ष जिला गंगा सुरक्षा समिति ने समस्या के निस्तारण के लिए पेयजल निगम ऋषिकेश के परियोजना प्रबन्धक को निर्देशित करते हुए त्वरित वैकल्पिक व्यवस्था के निर्देश दिए साथ ही कहा कि स्थाई निदान के योजना बनाकर अगली बैठक में प्रस्तुत करें।बैठक में जिला गंगासुरक्षा समिति के नामित सदस्य पर्यावरण विद विनोद जुगलान ने कहा कि हिमालय का द्वार कहलाने वाले ऋषिकेश में नगर में गंगा सुरक्षा एवं निर्मलता के कार्यो की गति धीमी चल रही है।इससे न गंगाजी के प्रति श्रद्धा रखने वालों की आस्था प्रभावित होती है।प्रश्नगत का संज्ञान लेते हुए डीएम देहरादून ने सम्बन्धित अधिकारियों से विकास कार्यों की समीक्षा ली।साथ ही बैठक में अनुपस्थित अधिकारियों को अगली बैठक में तलब करने के निर्देश जारी किए।डीएम देहरादून ने खड़क माफ और ठाकुर पुर में बाढ़ नियंत्रण सुरक्षा तटबन्ध निर्माण को गति देने का भी निर्देश दिया।नामित सदस्य विनोद जुगलान ने बैठक के अंत में डीएम को श्रीमद भागवत गीता की प्रति भेंट की।बैठक में डीएफओ देहरादून नीतीश मणि त्रिपाठी, जिला विकास अधिकारी नोडल अधिकारी जिला गंगा सुरक्षा समिति देहरादून सुशील मोहन डोभाल, खण्ड विकास अधिकारी डोईवाला जगत सिंह,क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण बोर्ड डॉ आर के चतुर्वेदी,हरीश बंसल सहायक अभियंता जल संस्थान ऋषिकेश,राम कुमार सहायक अभियंता पेयजल देहरादून,खुशवन्त सिंह सहायक अभियन्ता सिंचाई विभाग,संतोष गुसाईं सफाई निरीक्षक नगर निगम,गुरमीतसिंह नगर निगम ऋषिकेश,नामित सदस्य विनोद जुगलान,नामित सदस्य पंकज गुप्ता उपस्थित रहे।