वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट मो. असद को मिला स्मृति सम्मान’
विश्व फोटोग्राफी दिवस पर उत्तरांचल प्रेस क्लब की शानदार पेेेशकश……
देहरादून। राजधानी देहरादून मीडिया जगत की महान प्रतिभाओं से परिपूर्ण है। इन प्रतिभाओं के हुनर को आम लोगों के बीच पहुँचाने के मौके दस्तूर यूं तो बहुत कम देखने को मिलते है फिर भी कभी कभी छुपी हुई प्रतिभाओं को लोगों के सामने आने का मौका मिल ही जाता है।
मीडिया जगत के नामचीन लोगों को मंच पर लाने का कार्य कर उन्हें हौसला प्रदान करने के लिए उत्तरांचल प्रेस क्लब अब इन प्रतिभाओं की आवाज बनता जा रहा है जिन्हें अक्सर लोग भुला देते है । ऐसी ही एक शख्शियत से रूबरू कराने का दायित्व आज प्रेसक्लब की टीम को मिला है ये शख्सियत वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट मोहम्मद असद है जिन्होंने लगभग तीन दशकों से फ़ोटोग्राफी के जरिये मीडिया जगत में काफी धूम मचाई थी। दून दर्पण व अमर उजाला से लेकर कई समाचार पत्रों में कार्य कर फ़ोटोग्राफी को नया आयाम दिया।
उत्तरांचल प्रेस क्लब नेे आज विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाते हुए एक आयोजन किया। इस अवसर पर क्लब के डॉ. पीतांबर दत्त बड़थ्वाल सभागार में वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट मोहम्मद असद को क्लब की ओर से ‘आनंद ढौंडियाल (काका) स्मृति सम्मान’ प्रदान किया गया। नैनीताल के वरिष्ठ फोटो जर्नलिस्ट अनूप साह ने उन्हें शॉल, सम्मान पत्र व स्मृति स्वरूप कलम और डायरी भेंट की।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि अनूप साह ने कहा कि उत्तरांचल प्रेस क्लब की ओर से असद जैसे वरिष्ठतम प्रेस छायाकार का सम्मान किया जाना, विश्व फोटोग्राफी दिवस पर सर्वथा उपयुक्त चयन है। उन्होंने कहा कि एक फोटो जर्ननिस्ट को तमाम विपरीत और खतरनाक परिस्थितियों के बीच रहकर घटनाक्रम को क्लिक करना पड़ता है। साह ने कहा कि फोटोग्राफी करने वालों के लिए उत्तराखंड में प्रकृति प्रदत्त स्थान, फूल-पेड़ पौधे, पर्वत चोटियां, घाटियां, पशु-पक्षी, मंदिर आदि असंख्य खजाना है। सरकार को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए, जिससे पर्यटकों को राज्य के बारे में और अधिक जानकारी मिल सके। साथ ही लोगों के लिए रोजगार का सृजन भी हो सके।
वरिष्ठ छायाकार भूमेश भारती ने इस अवसर पर कहा कि जब उन्होंने फोटोग्राफी की शुरूआत की, तो मो. असद और आनंद ढौंडियाल काका, दो ऐसे लोग रहे, जिनसे उन्हें काफी कुछ सीखने-समझने को मिला।
उत्तरांचल प्रेस क्लब के अध्यक्ष जितेंद्र अंथवाल ने कहा कि विश्व फोटोग्राफी दिवस हर वर्ष 19 अगस्त को मनाया जाता है। इस बार प्रेस क्लब ने इसे संक्षिप्त, किंतु गरिमामय कार्यक्रम के साथ मो. असद को सम्मानित कर मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि अपने तीन दशक से ज्यादा लंबे कॅरियर में मो. असद ने मंडल आयोग विरोधी आंदोलन, रामजन्म भूमि आंदोलन, उत्तराखंड आंदोलन जैसे तमाम छोटे-बड़े जनांदोलनों के साथ ही उत्तरकाशी और चमोली भूकंप, नंदा देवी राजजात यात्रा समेत असंख्य घटनाक्रमों को अपने कैमरे के जरिए आमजन तक पहुंचाया। अंथवाल ने कहा कि आनंद ढौंडियाल काका की पहचान 1980 और 90 के दशक में दून के बेहद लोकप्रिय छायाकारों में होती थी। वे अमर उजाला और दैनिक जागरण जैसे पत्रों से भी बहुत शुरूआती दौर में जुड़े रहे। ऐसे में क्लब ने उन्हें भी इस अवसर पर याद करने के लिए उनकी स्मृति को सम्मान के साथ जोड़ा है।
कार्यक्रम का संचालन महामंत्री ओपी बेंजवाल ने किया। क्लब संप्रेक्षक विनोद पोखरियाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। क्लब कोषाध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक नवीन कुमार, सह-संयोजक राजेश बड़थ्वाल, पूर्व महामंत्री गिरिधर शर्मा, कार्यकारिणी सदस्य राजकिशोर तिवारी, योगेश सेमवाल, प्रवीण बहुगुणा, पूर्व अध्यक्ष भूपेंद्र कंडारी, वरिष्ठ पत्रकार संजय कोठियाल, सुभाष थलेड़ी, अरूण शर्मा, देवेंद्र नेगी, संजय घिल्डियाल, अजय राणा, हरीश जोशी, चेतन गुरूंग, इंद्रेश कोहली, मंजुल माजिला, मुकेश राजपूत, मनोज जयाड़ा, दीपक बड़थ्वाल, विनोद पुंडीर, संजय नेगी, किशोर रावत, प्रवीण जैन, वीके डोभाल, मो. खालिद, प्रवीण डंडरियाल, अमित गोदियाल, पीएस रांगड़ समेत कई पत्रकार व अन्य लोग मौजूद थे।