87 युवाओं ने रक्तदान कर शहर में कायम की एक और मिसाल
जागृति फाऊंडेशन एवं यूथ रेडक्रास सोसायटी द्वारा रक्तदान शिविर का शानदार आगाज
दिनांक । जागृति फाऊंडेशन एवं यूथ रेडक्रास सोसायटी द्वारा रक्तदान शिविर में 87 युवाओं ने रक्तदान करके एक बार फिर मानवीय सरोकारों के प्रति अपना दायित्व निर्वहन कर युवा पीढ़ी के लिये मिसाल कायम की।
अनिल वर्मा को “जीवन रक्षक अवार्ड” एवं सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन ” से नवाजा गया।
द जागृति फाऊंडेशन ट्रस्ट एवं यूथ रेडक्रास कमेटी के संयुक्त तत्वावधान में तथा श्री महन्त इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक के सहयोग से आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष में बिष्ट गाॅंव , मसूरी रोड पर ” रक्तदान शिविर , विचार गोष्ठी एवं सम्मान समारोह ” का आयोजन किया गया। शिविर में कुल 87 यूनिट रक्त एकत्र किया गया।
सम्मान समारोह के तहत अब तक रिकाॅर्ड 140 बार रक्तदान कर चुके यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा को जागृति फाऊंडेशन के निदेशक प्रीत मोहन सिंह कोहली , प्रभारी अधिकारी सरदार भूपेन्दर सिंह तथा महंत इंद्रेश हाॅस्पिटल ब्लड बैंक अधिकारी डॉ० प्रीति मिश्रा ने “जागृति फाऊंडेशन जीवन रक्षक अवार्ड” एवं “सर्टिफिकेट ऑफ एप्रीसिएशन ” प्रदान करके सम्मानित किया।
यूथ रेडक्रास कमेटी के चेयरमैन अनिल वर्मा ने जागृति फाऊंडेशन ट्रस्ट के चेयरमैन प्रीत कोहली , प्रभारी अधिकारी भुपेन्दर सिंह ,ब्लड बैंक अधिकारी डॉ० प्रीति मिश्रा, कोआर्डिनेटर अमित चंद्रा तथा सहायक मोहित चावला को सम्मानित किया।साथ ही प्रत्येक रक्तदाता को प्रशंसा प्रमाणपत्र ,रिफ्रेशमेंट पैकेट एवं उपहार प्रदान करके सम्मानित किया गया।
विचार गोष्ठी में रक्तदाता प्रेरक अनिल वर्मा ने ग्रामीण युवाओं को रक्तदान करने हेतु प्रेरित करते हुए कहा कि ग्रामीण युवा शहरी युवाओं के मुकाबले ज्यादा तंदरुस्त होते हैं। इसका कारण उनका स्वास्थ्यवर्धक खानपान, शारीरिक श्रम करना तथा शुद्ध प्राकृतिक वातावरण में रहना है। शहर से काफी दूर ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले युवा चाहते हुए भी रक्तदान – जीवनदान में अपना सहयोग करने से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने रक्तदान की आवश्यकता व महत्व बताते हुए ब्लड बैंकों में रक्त की अत्यधिक कमी पर गंभीर चिंता व्यक्त की । उन्होंने युवाओं से प्रति तीन माह बाद स्वैच्छिक रक्तदान करने की अपील की तथा रक्तदान से संबंधित शंकाओं व अंधविश्वासों को दूर करते हुए रक्तदान करने से रक्तदाता को होने वाले अनेक फायदे गिनाए।
श्री वर्मा ने उत्तराखंड को “थैलीसीमिया मुक्त राज्य ” बनाने के लिए विवाह से पूर्व लड़के व लड़की के रक्त की थैलीसीमिया जांच अवश्य ही करवाने का परामर्श दिया , ताकि कोई भी नवजात शिशु थैलीसीमिया रक्त रोग का अभिशाप लेकर पैदा न हो। महंत इंद्रेश ब्लड बैंक की चिकित्साधिकारी डॉ० प्रीति मिश्रा ने रक्तदान कौन कर सकता है तथा कौन नहीं कर सकता इस पर प्रकाश डाला साथ ही रक्तदान से पूर्व व पश्चात रक्तदाता के खून की जांच में शामिल ब्लड ग्रुप, हीमोग्लोबिन का स्तर , ब्लड प्रेशर, शरीर का वजन , मलेरिया, सिफलिस , हैपेटाइटिस बी व सी, मलेरिया ,एड्स आदि की विस्तृत जानकारी दी। जागृति फाऊंडेशन ट्रस्ट के निदेशक प्रीत कोहली ने कहा कि हमारा उद्देश्य रक्तदान अभियान में सुदूर ग्रामीण युवाओं को सम्मिलित करना है। उन्होंने रक्तदान के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए अनिल वर्मा की सराहना करते हुए ट्रस्ट द्वारा यूथ रेडक्रास कमेटी को हर अपेक्षित सहयोग देने का संकल्प व्यक्त किया। रक्तदान शिविर में यूथ रेडक्रास वालंटियर मेजर प्रेमलता वर्मा,महंत इंद्रेश ब्लड बैंक के कोआर्डिनेटर अमित चंद्रा, असिस्टेंट कोऑर्डिनेटर मोहित चावला , टेक्नीशियन मीनाक्षी तथा ट्रस्ट के मानस , राजीव बंसल, गौतम आदि का विशेष सहयोग रहा।