आंदोलनकारी संतोषी रावत ने दुनिया से तोड़ा नाता
देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाने वाली आंदोलनकारी संतोषी रावत (74) लंबे समय से कैंसर से लड़ रही जंग हार गई। उनकी मौत के खबर सुनते ही आंदोलनकारियो में शोक की लहर दौड़ गयी। वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी संतोषी रावत कैप्टन मोहन सिंह रावत जी की पत्नी थी। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्बारा उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए श्रद्धांजली अर्पित की।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि श्रीमती संतोषी रावत हाथीबड़कलां से महिला समूह के साथ हमेशा उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन में बहुत योगदान निभाया साथ ही उनके पति भी पूर्व फौजी संगठन के तहत राज्य आन्दोलन में शिद्दत से लड़े और आज भी समय समय पर राज्य आंदोलनकारी मंच की बैठको व रैलियों में शिरकत करते है़।
जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती ने कहा कि वह काफी लंबे समय से कैंसर से लड़ रही थी और आज आखिर हार गई। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच की ओर से श्रद्धा सुमन के साथ ही ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति की प्रार्थना की जिसमे मुख्यतः ओमी उनियाल , जगमोहन सिंह नेगी , रवीन्द्र जुगरान , प्रदीप कुकरेती , रामलाल खंडूड़ी , पृथ्वी सिंह नेगी , हरी मेहर , अजय बर्थवाल , प्रमोद नेगी , अजय कंडारी , सुरेश नेगी , केशव उनियाल , सुरेश कुमार , वीरेन्द्र पोखरियाल , महिपाल शाह , जयदीप सकलानी , सतेन्द्र भण्डारी , विजय बलूनी , राकेश नौटियाल , प्रमोद पंत , सुमित थापा , भानु रावत , विनोद असवाल , प्रभात डन्ड्रियाल , सतेन्द्र नोगाई , वेदा कोठारी , यशवंत रावत , सुनील जुयाल व प्रेम सिंह नेगी रहे।