अंकिता हत्याकांड पर गरमाई सियासत ! दलित मुद्दे पर घमासान……

खजान दास बोले अंकिता हत्याकांड में दलित समुदाय को बदनाम करने की साजिश……

देहरादून । अंकित हत्याकांड को लेकर अब सियासत पूरी तरह से गरमा गई है। आरोप प्रत्यारोप की इस जंग में भाजपा व कांग्रेस एक दूसरे पर अब  हमलावर बयान करने लगे है।

सोशल मीडिया के अपुष्ट एवं अमर्यादित पोस्टों के आधार पर देवभूमि और समूचे दलित समाज को कलंकित करने का आरोप लगाया है। वहीं आक्रोश जताया कि न्यायालय दोषियों को सजा दे चुका है, लेकिन कांग्रेस बार बार साजिशन नए नए नाम लेकर दिवंगत बेटी की आत्मा को भी अपमानित कर रही है। दिल्ली से कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष का इस मुद्दे को उठाना, राजनैतिक षड़यंत्र का इशारा करता है। पार्टी मुख्यालय में पत्रकारों को वार्ता को संबोधित करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री, राजपुर विधायक एवं प्रदेश प्रवक्ता खजान दास ने कांग्रेस पर नकारत्मक एवं शर्मनाक राजनीति का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सोशल मीडिया पर प्रचार की मंशा से वायरल ऑडियो वीडियो को राजनैतिक हथियार बना रही है, जिनका न तो कोई पुख्ता आधार है, न ही वे मर्यादित हैं। लेकिन गैरजिम्मेदाराना तरीके और षड्यंत्र के तहत, इन बयानों की आड़ में समूचे अनुसूचित जाति समाज को अपमानित करने का पाप किया जा रहा है। उन्होंने कांग्रेस  प्रदेश अध्यक्ष पर सीधा सीधा आरोप लगाया कि वे बिना पुष्टि वाले अश्लील व्यक्तव्यों पर दिल्ली में बैठकर पत्रकार वार्ता करते हैं। जो कहीं न कहीं दर्शाता है कि कांग्रेस इस पूरे घटनाक्रम को षड्यंत्र की तरह इस्तेमाल कर देवभूमि और समूचे दलित समाज को अपमानित करना चाहती है। कांग्रेस पाटÊ की ऐसी साजिशों की भाजपा कड़े शब्दों में निंदा करती है।
उन्होंने अपने आरोपों पर स्पष्ट किया कि इस सुनियोजित साजिश के क्रम में कांग्रेस द्वारा पिछड़े अनुसूचित वर्ग की आवाज उठाने वाली दमदार आवाज, उनके सामाजिक उत्थान में उम्र खपाने वाले भाजपा के वरिष्ठ नेता को बदनाम किया जा रहा है। जो बेहद ही शर्मनाक और अनैतिक राजनीति की पराकाष्ठा है, भाजपा ऐसे षडयंत्रों की पुरजोर आलोचना एवं विरोध करती है। हैरानी जताते हुए कहा, देश की सबसे पुरानी पाटÊ एवं राज्य की मुख्य विपक्षी पाटÊ, लगातार हार से इतनी निराश है कि अश्लील एवं सस्ती लोकप्रियता बटोरने की खातिर बनाए जा रहे सोशल मीडिया कंटेंट आज उनका मुख्य एजेंडा बन गया है। उनके जिम्मेदार एवं बड़े नेता, तात्कालिक राजनैतिक लाभ के लिए जान बूझते, बिना सबूत एवं तथ्यों के आधार पर लगाए आरोपों से भाजपा और उनके नेताओं की छवि खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। जिसमें सबसे अधिक दुर्भाग्यपूर्ण है दलित समाज से जुड़े भाजपा के बड़े नेता को निशाना साधना। जो सिर्फ एक नेता को नीचा दिखाने की कोशिश भर नहीं है, बल्कि लंबी प्रयासों के बाद खड़े हुए समूचे दलित समाज के चरित्र पर लांछन लगाने की कोशिश है।
यहां उन्होंने स्पष्ट किया कि फिलहाल जो भी ऐसे तथाकथित वीडियो सोशल मीडिया में शामिल हैं उनपर कानूनी कार्रवाई हो रही है। और उम्मीद है शीघ्र उनकी पूरी सच्चाई भी सामने आ जाएगी। वहीं जिस तरह की अश्लील और अमर्यादित सोशल मीडिया पोस्टें लगातार पाटÊ के नेताओं को लेकर जारी की जा रही हैं वह बेहद चिंताजनक एवं सामाजिक गिरावट को दर्शाता है। जिसको लेकर हम सभी को गंभीरता से विचार करने की जरूरत है।
साथ ही उन्होंने, इस सबके पीछे बहुत बड़ी साजिश का अंदेशा जताया। कहा, इससे सामाजिक विद्वेष पैदा करने और उत्तराखंड का माहौल खराब करने की साजिश चल रही है। दुखद है कि राजनैतिक लाभ लेने के लिए कांग्रेस, सामाजिक वैमनस्य की आग से खेल रही है, जिसमें उनके ही हाथों का झुलसना निश्चित है। वहीं उन्होंने विश्वास दिलाया कि एक जिम्मेदार राजनैतिक दल होने के नाते, भाजपा किसी भी कीमत पर दलित समाज को अपमानित और प्रदेश का सौहार्द खराब नहीं होने देगी। वहीं उन्होंने अंकिता भण्डारी के दुखद हत्याकांड को लेकर कहा, उसमें दोषियों को तो उन्हें उम्रकैद की सजा सुनिश्चित हो गई है फिर भी कांग्रेस का निराधार एवं बेबुनियादी आरोप लगाना शर्मनाक है। कांग्रेस जिस तरह के घटनाक्रम पेश कर रही है, वह दिवंगत बेटी की आत्मा को अपमानित करने का कुकृत्य है। इससे पहले भी विपक्ष कई अलग अलग नामों और राजनैतिक प्रपंचों से ऐसा घृणित प्रयास कर चुका है।
जबकि सच यह है कि धामी सरकार की पारदशÊ जांच, तेज कार्रवाई और मजबूत पैरवी के चलते कोर्ट का इस मामले में ऐतिहासिक फैसला आया है। सरकार के तेज निर्णय, सख्त कार्रवाई और स्पष्ट नीति का परिणाम था कि घटना के महज 24 घंटे के भीतर आरोपियों की गिरफ्तारी और जेल भेजना, एसआईटी का गठन जैसी बड़ी कार्रवाई की गई। और एसआईटी द्वारा आम लोगों से अंकिता भंडारी केस से जुड़े कोई साक्ष्य या जानकारी जिस किसी के पास उपलब्ध हों उन्हें एसआईटी को या न्यायालय में उपलब्ध कराने को निवेदन किया गया लेकिन आज आरोप लगाने वाले कोई भी व्यक्ति कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया । और बार बार वीआईपी वीआईपी का राग अलाप कर राजनीति कर जनता को भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं।
इस पूरे दुखद घटनाक्रम में सरकार की कोशिशों एवं न्यायालय के निर्णय से जनता में विश्वास लौटा और बेटियों को संबल मिला है। पत्रकार वार्ता में उनके साथ प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चैहान, सह प्रभारी राजेंद्र नेगी, प्रदेश प्रवक्ता मथुरा दत्त जोशी, कमलेश रमन उपस्थित थे।