विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के डाइवर्जन साइट पर अचानक भरभराकर गिरा पहाड़ ! बाल-बाल बची मजदूरों की जान…..

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कुछ मजदरों को आईं हल्की चोटें, उपचार के लिए भेजा गया नजदीकी अस्पताल…..

देहरादून । उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित जोशीमठ के हेलंग क्षेत्र से एक बड़ा हादसा सामने आया है, जहां निर्माणाधीन विष्णुगाड़-पीपलकोटी जल विद्युत परियोजना के डाइवर्जन साइट पर अचानक पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर गिर गया। यह दुर्घटना शनिवार सुबह लगभग 11 बजे उस वक्त हुई जब साइट पर 200 से अधिक मज़दूर काम कर रहे थे। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, अलकनंदा नदी के किनारे स्थित इस डैम साइट पर काम कर रहे मज़दूरों को अचानक ऊपर से बड़े-बड़े पत्थर और मलबा गिरता दिखाई दिया। देखते ही देखते पूरी चट्टान भरभराकर नीचे आ गिरी, जिससे पूरे कार्य स्थल पर भगदड़ मच गई। मज़दूर जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ने लगे।
हालांकि इस गंभीर घटना में कोई बड़ा जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन कुछ मज़दूरों को हल्की चोटें आई हैं जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए नज़दीकी अस्पताल भेजा गया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, कोई भी मज़दूर गंभीर रूप से घायल नहीं है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें स्पष्ट देखा जा सकता है कि डैम साइट के ऊपर की पहाड़ी से विशाल चट्टानें और मलबा गिरता है, और मज़दूर भागते हुए दिखाई देते हैं। यह दृश्य इतना भयावह है कि उसे देखकर ही घटना की गंभीरता का अंदाज़ा लगाया जा सकता है। वीडियो वायरल होने के बाद से स्थानीय लोगों में डर का माहौल है।
घटना की जानकारी मिलते ही तहसील प्रशासन, जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमें तुरंत मौके के लिए रवाना हो गईं। घटनास्थल पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने की तैयारियां तेज़ कर दी गई हैं। बताया जा रहा है कि घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है और स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है।
इस हादसे के पीछे की एक प्रमुख वजह क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश मानी जा रही है। मानसून के चलते पहाड़ी इलाकों की मिट्टी और चट्टानें कमजोर हो चुकी हैं, जिससे भूस्खलन और चट्टान खिसकने की घटनाएं बढ़ गई हैं। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि बारिश के मौसम में लोग अनावश्यक रूप से पहाड़ों की ओर न जाएं और अगर जाना ज़रूरी हो तो पूरी सावधानी बरतें। ज़िले की सभी निर्माण एजेंसियों को भी सतर्क रहने और मज़दूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। चमोली जिले में हेलंग के समीप निर्माणाधीन एक हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट साइट के पास पहाड़ एक बार फिर से ढहकर धड़ाम से नीचे गिर गया। इस हादसे में कंपनी के 8 मजदूर घायल हो गए। मामला जोशीमठ के पास हेलंग के टीएचडीसी के बैराज साइड का है। यहां पहाड़ी टूटने से अफरा तफरी मच गई। बताया जा रहा है कि इस दौरान बड़ी संख्या में मजदूर साइट पर कार्य कर रहे थे। प्रारंभिक तौर पर 12 मजदूरों के घायल होने की सूचना है। इस दौरान डैम साइड पर अफरा तफरी का माहौल बन गया।
जिलाधिकारी के अनुसार साइट पर हादसे के वक्त करीब 300 मजदूर थे। जहां पर लैंडस्लाइड हुआ वहां पर 70 के करीब मजदूर कार्य कर रहे थे। भूस्खलन का आभास होते ही अन्य कर्मचारियों ने कार्य कर रहे लोगों को सर्तक किया। इस दौरान लोगों ने भाग कर जान बचाई। बताया गया कि घटना के बाद रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंची हैं। राहत बचाव कार्य चल रहा है।
पीपलकोटी अस्पताल भेजे गए घायल मजदूरों में प्रवीण प्रकाश पुत्र कमल लाल, निवासी उर्गम जोशीमठ, उम्र 34 वर्ष, पवन सिंह पुत्र सते सिंह, निवासी सौरमठ, टिहरी गढ़वाल, उम्र 33 वर्ष, नत्थू राउत पुत्र हराधन राउत, निवासी करिया, झारखंड, उम्र 45 वर्ष, आकाश पुत्र लल्लू राम, निवासी लखीमपुर खीरी, उम्र 20 वर्ष शामिल हैं। जिन मजदूरों को फर्स्ट एड देकर कैम्प भेजा गया उनमें विशाल कुमार पुत्र बबलू कुमार, निवासी गिरिडीह, झारखंड, उम्र 21 वर्ष, दर्शन सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह, निवासी पिलखी, उर्गम, उम्र 41 वर्ष, सूरज पुत्र रणजीत लाल, निवासी छिनका, चमोली, उम्र 28 वर्ष, लखन पासवान पुत्र दयानी पासवान, निवासी औरंगाबाद, बिहार, उम्र 46 वर्ष, अनूप कुमार पुत्र संपत्ति लाल, निवासी पीपलकोटी, उम्र 32 वर्ष, सतीश मोदी पुत्र जन्मेजय मोदी, निवासी पुरुलिया, पश्चिम बंगाल, उम्र 36 वर्ष, धनंजय मोदी पुत्र पहाड़ी मोदी, निवासी पुरुलिया, पश्चिम बंगाल, उम्र 40 वर्ष व लाल सरदार पुत्र विश्वेश्वर सरदार, निवासी सिंहभूमि, झारखंड, उम्र 34 वर्ष शामिल हैं।