देहरादून में स्मार्ट सिटी के नाम पर खूब फल फूल रहा है नशे का कारोबार….

देवभूमि उत्तराखंड राज्य के विकास व उसकी खूबसूरती को लेकर सरकार कई बड़ी योजनाएं धरातल पर साकार करने जा रही है जिससे उत्तराखंड के पर्यटन के साथ स्वास्थ्य और सिंचाई कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।  आज रोजगार पूरक योजनाओं के साथ राजधानी देहरादून स्मार्ट सिटी के रूप में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाने की और अग्रसर है।

लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि आज देवभूमि के नाम कहे जाने वाले देहरादून शहर को ना जाने किसकी नजर लग गई । 

ये शहर भी अब बहुत जल्द उड़ता पंजाब के रूप में  दिखाई देने वाला है। आज देहरादून के नौजवान नशे की हालत में सड़को पर गिरते पड़ते रहते है। शहर में तहसील व कोतवाली की नाक के नीचे नशे का इतना बड़ा कारोबार फल फूल रहा है और प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं है।  युवक युवतियां गली मोहल्लों में खासकर कूड़े कचरे के पास नशे के आलम में डगमगाते कदमों के साथ अक्सर यहां से गुजरते हुए दिखाई देने लगे है।

देहरादून के पलटन बाजार के तहसील पार्किंग में खुले में नशा करते हुए महिला पुरुष और बच्चे ये तो सिर्फ एक ही जगह हैं ऐसी हजारों जगह देहरादून में भरी हुई है जहां चरस गांजा स्मैक खुल्ले में बिक रहा है। और हमारी उत्तराखंड सरकार न जाने क्यों आंखों में पट्टी बांधी घूम रही है। शहर के जितने भी मलिन बस्ती है सभी जगह नशे का कारोबार बड़ी मात्रा में हो रहा है। इन नशे के तस्करों को पकड़ने का काम भी क्या अब आम जनता का रह गया हैं? पलटन बाजार के कुछ जाग्रत व्यापारियों ने कुछ लोगों को पकड़ा है जो तहसील की पार्किंग में नशा करते हुए पकड़े गए और जिन्होंने साफ़ बताया है कि कहा कहा से लाते हैं । अब देखना ये है प्रशासन क्या करता हैं नशे के विरुद्ध