राज्य आय तथा सम्बन्धित अनुमानों पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण व कार्यशाला का आयोजन

देहरादून । राज्य आय तथा सम्बन्धित अनुमानों पर क्षेत्रीय प्रशिक्षण और कार्यशाला आयोजन जनपद अवस्थित जेएसआर होटल में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ अपर महानिदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग (NAD), भारत सरकार संजय तथा अपर सचिव, उत्तराखण्ड शासन विजय कुमार जोगदण्डे, ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। कार्यशाला में 8 राज्यों के सांख्यिकीय सेवा से सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया है।

अपर महानिदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग (NAD), भारत सरकार ने उद्घाटन उद्बोधन में राज्य आय अनुमानों के आंकलन के विषय में विषयवार विस्तृत प्रशिक्षण प्रदान किये जाने का उद्देश्य निर्धारित किया। उन्होंने प्रतिभागी राज्यों के अर्थ एवं संख्या निदेशालय के अधिकारियों/ कार्मिकों को राज्य एवं जिला आय के अनुमानों के आंकलन की बारीकियों का अभिज्ञान करने तथा विभिन्न बिन्दुओं पर चर्चा परिचर्चा के माध्यम से शंका-समाधान करने हेतु प्रेरित किया।

अपर सचिव नियोजन विजय कुमार जोगदण्डे ने कार्यशालय में एन०ए०डी० तथा आठ राज्यों के आये अधिकारियों / कर्मचारियों का स्वागत किया। उन्होने अपने उद्बोधन में प्रभावी क्षेत्रीय विकास नीतियों को आगे बढ़ाने राज्य आय अनुमान अनुभाग द्वारा किये जा रहे महत्वपूर्ण कार्य को रेखांकित किया। उन्होंने डाटा संग्रहण और विश्लेषण तकनीक को बेहतर बनाने में ऐसी कार्यशाला की भूमिका पर जोर देते हुए कहा कि इससे नियोजन प्रक्रिया एवं साक्ष्य-आधारित निर्णय लेने में मदद होगी। उत्तराखण्ड राज्य के गठन के समय अर्थव्यवस्था का आकार रू0 14501 करोड था, जो कि 2023-24 में रू0 346000 करोड है। इसी प्रकार प्रति व्यक्ति आय रू0 15285 थी, जो कि 2023-24 में रू0 2.6 लाख है।

निदेशक, अर्थ एवं संख्या निदेशालय, उत्तराखण्ड सुशील कुमार,ने राज्य की क्षमता पर भरोसा करने हेतु केन्द्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार को धन्यवाद ज्ञापित किया तथा अपर महानिदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग, राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय तथा तमिलनाडु, हरियाणा, मध्यप्रदेश, असम, पंजाब, मिजोरम, उत्तराखण्ड तथा केन्द्र शासित लद्दाख के अधिकारियों का कार्यशाला में स्वागत किया। साथ ही, अवगत कराया कि अर्थ एवं संख्या निदेशालय द्वारा नये आधार वर्ष 2011-12 के अनुसार वर्ष 2021-22 तक के अंतिम, वर्ष 2022-23 के अनन्तिम वर्ष 2023-24 के त्वरित एवं अनुमान तैयार किये जा चुके है।

अपर निदेशक द्वारा कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान अपने धन्यवाद ज्ञापन में कहा कि उत्तराखण्ड राज्य पूर्व में इस प्रकार की चार कार्यशालाएँ वर्ष 2004, 2005, 2012
तथा 2016 में – सफलतापूर्वक आयोजित कर चुका है। उत्तराखण्ड राज्य ने 1993-94 से 1999-2000, 2004-05 और 2011-12 तक विभिन्न आधार वर्ष श्रृंखलाओं के राज्य घरेलू उत्पाद (एसडीपी) के अनुमान तैयार किए हैं और इन्हें निदेशालय द्वारा नियमित रूप से प्रकाशित किया गया है।
उन्होने अपर महानिदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग (NAD), भारत सरकार, अपर सचिव उत्तराखंड शासन तथा विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।

उत्तराखण्ड राज्य में 2004-05 श्रृंखला से जिला घरेलू उत्पाद (डीडीपी) तैयार किये जा रहे हैं। बजट विश्लेषण, स्थानीय निकायों के आर्थिक खाते, बैक सीरीज और सार्वजनिक क्षेत्र के सकल स्थिर पूंजी निर्माण (जीएफसीएफ) के अनुमान तैयार करने में राज्य ने अपनी क्षमता विकसित की है।

कार्यशाला में संजय (अपर महानिदेशक, केन्द्रीय सांख्यिकीय कार्यालय, भारत सरकार), सुशील कुमार (निदेशक, अर्थ एवं संख्या, उत्तराखण्ड), पंकज नैथानी (अपर निदेशक, अर्थ एवं संख्या, उत्तराखण्ड), श्रीमती अंकिता सिंह (निदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग), श्रीमती पूजा रानी (निदेशक, राष्ट्रीय लेखा प्रभाग) तथा राष्ट्रीय लेखा प्रभाग के अन्य अधिकारी तथा आठ प्रतिभागी राज्यों के अर्थ एवं संख्या निदेशालयों के अधिकारी उपस्थित रहे।