सीएम साहब कुछ इन पर भी कर लो नजरें इनायत ! हो रही फजीहत
चंडीगढ़ रूट पर पुरानी जर्जर हालत में बसे ! खोल रही है सरकार की पोल
चंडीगढ़। चारधाम यात्रा को लेकर सरकार व शासन इस बार पर्यटन के रूप में इतिहास रचने जा रही है। बेहरीन सडके व स्वास्थ जैसी योजनाओं का दायित्व सचिव व कार्मिको को सौंपी गयी है लेकिन ताज्जुब की बात ये है की अभी तक अन्य राज्यों में परिवहन निगम की टूटी -फूटी पुरानी बसे अपनी दूरदर्शा पर आंसू बहा रही है।
उत्तराखण्ड परिवहन विभाग की पुरानी जर्जर हालत में चल रही बसे सरकार के विकास योजनाओं की पोल खोलती नजर आ रही है। चंडीगढ़ से श्रीनगर जाने वाली बसे इस बात का जीता जागता उदाहरण है।
उल्लेखनीय है कि चारधाम यात्रा की व्यापक तैयारी को लेकर पिछले एक माह से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की सड़को को बेहतर बनाने व स्वछता के नए आयाम स्थापित करने हेतु सचिव व विभागीय अधिकारियों को निर्देश जारी किये है, और इस बात के स्पष्ट संकेत दिये है कि विभिन्न राज्यों से आने वाले यात्रियों को किसी भी परेशानी से जुझना ना पड़े। लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि चंडीगढ़ बस अड्डे पर खड़ी बसों की जर्जर हालत को देखते हुए उत्तराखंड आने वाले यात्रियों को मायूस होकर उन्हे उत्तराखंड परिवहन की बसों के बजाय प्राइवेट टेक्सियों में बैठ कर जाना पड़ रहा है जिससे उत्तराखण्ड सरकार को काफी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है।
इस बात की जानकारी देते हुए टिहरी गढ़वाल विकास परिषद चंडीगढ़ के पूर्व महासचिव राय सिंह बिष्ट ने बताया कि उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसों की हालत लगातार बिगड़ती जा रही है। बस की सीट टूटी हुई है और कई सीटों की गद्दियां बिल्कुल फटी हुई है। इन्ही कारणों की वजह से यात्री परिवहन निगम की बसों में बैठने को तैयार नही होता और मजबूरी में प्राइवेट बसों व टेक्सियों की और रुख कर जाते है।
श्री बिष्ट ने बताया कि अलग राज्य होने की वजह से सरकार व शासन इस और ध्यान नहीं दे रहा है जबकि ऐसे में उत्तराखण्ड सरकार को काफी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ रहा है।
उन्होंने सरकार से मांग की है लम्बे रूट पर नई बसों की शीघ्र व्यवस्था की जाये।