कई गांव भू धसाव की चपेट में ! मुश्किल हालतों मे गुजर रहे है पल

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ऋषिकेश । जिंदगी की राहे अब हो गयी है और भी मुश्किल

जिधर भी देखो बारिश के साये में सूनी सड़के बन

गयी है अब तो झील।

बेबस लाचार व डर के साये मे कितना मायूस है ये दिल।

उजड़ गये कितने आशियाने, पल भर मे खाक हुई खुशियों की महफ़िल।

आज उत्तराखण्ड मे रह रहा हर व्यक्ति किस कधर बेबस व लाचार् है। भारी बरखा के इस कहर ने ढाया है वो सितम की लोगों को अपने घर छोड़कर रिश्तेदारो के यहां लेनी पड़ी शरण….

उत्तराखण्ड में भारी बारिश का कहर जारी है। जिसके चलते प्रदेश भर भूस्खलन सहित अन्य आपदाएं डेरा डाले हुए है। इसी कड़ी में यमकेश्वर ब्लॉक अंतर्गत डांडामंडल क्षेत्र के देवराना, भूम्यासारी और कसाण गांव भू धसाव की चपेट में हैं। इन गांवों में मोटर मार्ग और गांव का पैदल रास्ते टूट गए हैं। ग्रामीणों के घरों और खेतों में बड़ी बड़ी दरारें आ गई है। जिससे ग्रामीणों में भय का वातावरण है। जान माल का नुकसान से बचाव के लिए ग्रामीण अपने घरों को छोड़ सुरक्षित स्थानों पर निकल गए हैं।

कई ग्रामीण पौड़ी प्रशासन की ओर से दिए गए छोटे छोटे टैंटों के अंदर अपना गुजर बसर कर रहे हैं। बारिश होते ही ग्रामीण डर और सहम रहे हैं। स्थानीय ग्रामीण प्यारेलाल कंडवाल ने बताया कि बीते दिनों हुई तेज बारिश से देवराना गांव में बहुत नुकसान हुआ है। सड़क के नीचे बने अधिकांश आवासीय घर जमींदोज हो गए हैं, कई घरों में दरारें आ गई है।
तेज बारिश से देवराना गांव में गेंदालाल डोबरियाल, जगदीश कंडवाल, कृष्ण कंडवाल, राजकुमार कंडवाल, मुकेश देवरानी, सिरोमणी द्विवेदी, सुरेश देवरानी, अमरदेव देवरानी, ज्योति प्रसाद देवरानी, श्रद्धानंद द्विवेदी, बुद्धि प्रसाद, सुनील ग्वाड़ी, महावीर देवराड़ी, नरेश देवरानी, मोहनलाल ग्वाड़ी के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। गांव में भू धंसाव हो रहा है। उधर ग्राम पंचायत सिंदुडी के तोक गांव बैरागढ़ भी भू धसाव की चपेट में है।

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