तमाम व्यवस्थाये व बंदोबस्त के बीच मनाया गया दशहरा पर्व
कोरोना खोफ से हावी रहा शहरों में दशहरा पर्व का सूनापन
देहरादून। सत्य की असत्य पर विजय का प्रतीक दशहरा पर्व इस बार शहरों में नही मनाया जा सका। कुछ एक क्षेत्रो में अगर मनाया गया भी तो कोरोना के खोफ के कारण संचालन समितियाँ दशहरा पर्व में ठीक प्रकार से अपना योगदान नही दे पाई ।
वर्षो से प्रेमनगर में दशहरा पर्व मनाए जाने का अपना एक इतिहास रहा है। लेकिन इस बार वहाँ के आयोजक व संचालन मंडल ने परीस्थितियो को देखते हुए तमाम व्यवस्थाओं व बंदिशों के मद्देनजर किसी भी तरह की भीड़ ना करके सादगी व पारम्परिक रूप से दशहरा पर्व मनाया।इस बार दशहरे में कोई भी झांकी व बच्चो के मनोरंजन जैसे कोई भी चीज वहाँ मौजूद नही थी। यहाँ तक कि चाट, पकोड़े , चाउमीन जैसे स्टाल को वहाँ लगने नही दिया। इस मौके पर प्रेम नगर के बड़े ग्राऊंड को कार्यक्रम से मुक्त रखा गया। वहां गुरुद्वारे के समीप ही एक छोटे से ग्राऊंड में इसका आयोजन किया गया।
- दशहरा कमेटी व उधोग व्यापार मंडल ने पहले ही क्षेत्र के लोगो को अस्वस्थ कर दिया था कि दशहरा पर्व इस बार धूमधाम से नही मनाया जाएगा। दशहरा पर्व में मौजूद मुख्य अतिथि एवं कांग्रेस महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने वहाँ पहुंच कर मुख्य अतिथि के रूप में अपना योगदान दिया व लोगो को कोरोना के प्रति सावधानी बरतने को कहा। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आयोजक मंडल ने अनुशासन बनाये रखते हुए लोगो को पंडाल से दूर ही रखा। इस दौरान पब्लिक की सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किए गए। कार्यक्रम के आयोजकों में विक्की खन्ना, सूरज प्रकाश भाटिया, भूषण भाटिया, ब्रज भूषण भट्ट,चरनजीत भल्ला,किशन लुतरा, राजेश भाटिया आदि पदाधिकारियों ने दशहरा पर्व के दौरान अपना योगदान दिया।