बाबा साहेब भीम राव अम्बेडकर यूनिवर्सिटी लखनऊ में होगा दो दिवसीय सम्मेलन….
नदियों के पुनरुद्धार के लिए विज्ञान,समाज और स्थायित्व पर होगी विस्तृत चर्चा……
देहरादून। बीते सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में कार्नेल यूनिवर्सिटी न्यूयार्क में आयोजित क्लाइमेट वीक में उत्तर भारत से पर्यावरण संरक्षण में क्लाइमेट एक्शन लीडरशिप अवार्ड 2025 से सम्मानित पर्यावरणविद डॉ विनोद प्रसाद जुगलान राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन में प्रतिभाग करने के लिए मंगवार को लखनऊ रवाना हो गए। अंतर्राष्ट्रीय नेतृत्व कारी सम्मान प्राप्त पर्यावरणविद डॉ जुगलान भारत सरकार जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल संसाधन,नदी विकास एवं गंगा संरक्षण विभाग के निर्देशों पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला गंगा संरक्षण समिति देहरादून के नामित सदस्य हैं।साथ ही शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास उत्तराखंड प्रांत के पर्यावरण विषय के संयोजक भी हैं। उनको न्यूयार्क में अंतर्राष्ट्रीय सम्मान मिलने पर न्यास ने हर्ष जताते हुए सम्मेलन में उनके अनुभवों को साझा करने और भविष्य में पर्यावरण संरक्षण की दिशा में होने वाली योजनाओं पर विचार विमर्श के लिए राष्ट्रीय सम्मेलन में आमंत्रित किया है। देश में सामाजिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा के प्रसार के लिए वर्ष 2004 से निरंतर प्रयासरत शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास नईं दिल्ली द्वारा पर्यावरण चिंतन के लिए नदियों के पुनरोद्धार और भारतीय ज्ञान प्रणाली पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन लखनऊ में 12 और 13 नवंबर को होगा । जिसमें देश भर के विभिन्न राज्यों के पर्यावरणविद, शिक्षाविद और चिंतक सम्मिलित होंगे। जिनमें देवभूमि उत्तराखंड से पर्यावरणविद विनोद जुगलान अपना अनुभव साझा कर नदियों के घटते जल स्तर समस्या और समाधान सहित भावी योजनाओं पर चर्चा करेंगे और उत्तरकाशी से पर्यावरण चिंतक और विचारक सुरेश भाई अपना वक्तव्य रखेंगे।पहाड़ी राज्य उत्तराखंड से दो पर्यावरण आंदोलनकारीयों के एक साथ राज्य की पर्यावरणीय पारिस्थितिकी तंत्र को राष्ट्रीय मंच पर रखने से भावी रणनीति में सुधार की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। आने वाले समय में यदि उत्तराखंड के सभी पर्यावरण चिंतक एक साझा मंच पर आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है। अंतर्राष्ट्रीय गढ़वाल सभा के प्रान्त अध्यक्ष डॉ राजे नेगी, जिला गंगा संरक्षण समिति के सदस्य डॉ दीपक तायल एवं प्रतिभा सरण सहित सामाजिक संगठनों ने हर्ष जताते हुए उन्हें राष्ट्रीय सम्मेलन में उत्तराखंड के प्रतिनिधि के तौर पर प्रतिभाग के लिए शुभकामनाएं दीं।