चिकित्स्य कार्मिकों का समायोजन न्यायहित मे जरूरी : विवेकानंद खंडूरी
देहरादून। भारतीय जनता पार्टी के नेता विवेकानंद खंडूरी ने स्टेट फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर यूनियन के समस्त कार्मिकों को पुनः किसी सरकारी आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से समायोजित करने हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र प्रेषित किया है। उल्लेखनीय है कि, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने विगत 15 मार्च 2023 को स्टेट फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर के 1662 चिकित्स्य कर्मियों की सेवाएं समाप्त कर दी थी।
पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अवगत कराया गया कि वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान उत्तराखंड के समस्त अस्पतालों में विभिन्न पदों पर लगभग 1662 चिकित्स्य कार्मिकों को आउट सोर्स के माध्यम से नियुक्ति प्रदान की गई थी। तत्कालीन समय में पूरा विश्व वैश्विक महामारी कोविड-19 की विभीषिका से जूझ रहा था। इस दौरान इन चिकित्स्य कार्मिकों ने पूर्ण निष्ठा एवं लगन से अपने दायित्वों का निर्वहन किया।
भाजपा नेता श्री खण्डूरी ने समस्त चिकित्स्य कार्मिकों की महत्वपूर्ण सेवाओं के दृष्टिगत पुनः किसी सरकारी आउटसोर्सिंग एजेंसी के माध्यम से समायोजित करने का अनुरोध किया है।यं