अधिकारी, कर्मचारी “अतिथि देवो भवः” की भावना से करें काम
महाराज ने यात्रा के दौरान सभी विभागों को चौकन्ना रहने के दिये निर्देश
देहरादून। विश्व प्रसिद्ध धार्मिक आस्था की प्रतीक चारधाम यात्रा 2022 प्रारंभ होने जा रही है। सरकार ने इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। यात्रा के कुशल संचालन के लिए सभी विभागों को चौकन्ना रहने के आदेश दिये गये हैं।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने कही है। उन्होने कहा कि श्री केदारनाथ धाम के कपाट
6 मई प्रात: 6.25 और श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 8 मई रविवार को 6 बजकर 15 मिनट पर खुलेंगे। जबकि श्री गंगोत्री धाम के कपाट 3 मई को पूर्वाह्न 11.15 बजे और श्री यमुनोत्री धाम के कपाट भी 3 मई को ही अपराह्न 12.15 बजे खुलेंगे। पवित्र गुरूद्वारा श्री हेमकुंड साहिब जी एवं लोकपाल तीर्थ के कपाट रविवार 22 मई को खुलेंगे।
श्री महाराज ने कहा कि भगवान श्री केदारनाथ जी की पंचमुखी डोली शीतकालीन गद्दीस्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ से 2 मई प्रात: 9 बजे केदारनाथ धाम प्रस्थान करेगी। प्रथम पड़ाव श्री विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी में प्रवास के बाद 3 मई को गुप्तकाशी से 8 बजे प्रात: फाटा पहुँचेगी। 4 मई को फाटा से प्रात: 8 बजे श्री गौरामाई मंदिर गौरीकुंड, 5 मई को गौरीकुंड से प्रात: 6 बजे भगवान की पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्री बदरीविशाल की देवडोली 6 मई को प्रात:9 बजे श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ से आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सहित तेल कलश गाडू घड़ा के साथ श्री बदरीनाथ धाम के रावल जी, मंदिर समिति के आचार्य एवं डिमरी पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ योगध्यान बदरी पहुंचकर वहीं प्रवास करेगी।
उन्होने कहा कि 7 मई को भगवान बदरी विशाल की डोली योग बदरी पांडुकेश्वर से प्रातः आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, रावल जी सहित देवताओं के खजांची श्री कुबेर जी एवं भगवान के सखा उद्धव जी, तेल कलश गाडू घड़ा पांडुकेश्वर से प्रात: 9 बजे श्री बदरीनाथ धाम को प्रस्थान करेगी।
पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा देवभूमि के सम्मान और अस्मिता से जुड़ी है। यात्रा व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यात्रा को सफल बनाने का प्रयास हम सब को मिलकर करना है। इस बार बड़ी संख्या में श्रद्धालू इस यात्रा में शामिल हो रहे हैं।
उन्होने चेतावनी देते हुए कहा कि प्रत्येक अधिकारी एवं कर्मचारी “अतिथि देवो भवः” की भावना के साथ तत्परता से कार्य करें। अपने सेवा भाव से सभी यह सुनिश्चित करें कि प्रत्येक यात्री को हर संभव सहायता प्राप्त हो।
श्री महाराज ने चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों से अनुरोध किया कि वह यात्रा के दौरान कोविड नियमों का पालन करते हुए मास्क एवं सेनिटाइजेशन का उपयोग अवश्य करें। सरकार सुगम एवं सुरक्षित चारधाम यात्रा करवाने के लिए संकल्पबद्ध है।