उत्तराखंड राज्य के एक कर्मठ योद्धा को खो दिया।
बहुत ही दुखद है। मुझे अच्छी तरह स्मरण है कि पत्रकारिता के शुरुआती दौर में ऐसे महानुभव से मिलकर मुझे हमेशा सानिध्य प्राप्त होता रहा है। राज्य आंदोलन के दौरान अक्सर के.पी. उनियाल जी ने हमारे आंदोलनकारी भाइयो का हमेशा मार्गदर्शन किया व हौसला बढाया है। ईमानदार कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में केपी उनियाल जी ने उत्तराखण्ड आंदोलन को नई गति प्रदान की।
केपी उनियाल के चले जाने से हमने उत्तराखंड राज्य के एक कर्मठ योद्धा को खो दिया।