एक ऐसी घटना जो बना महापुरुषों के जन्मदिन का काला दिवस
न्यायिक मजिस्ट्रेट के निर्णय का आंदोलनकारियों ने किया स्वागत
देहरादून। मुजफ्फरनगर काण्ड को लेकर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा न्यायिक व्यवस्था पर जल्द सुनवाई किये जाने पर आंदोलनकारी मंच ने किया स्वागत ।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व ओमी उनियाल ने कहा कि हमने पृथक उत्तराखण्ड राज्य आन्दोलन पर्वतीय गाँधी स्व इण्द्र्मणी जी के नेतृत्व में बिल्कुल गांधीवादी तरीके से लड़ा जा रहा था लेकिन तत्कलीन समाजवादी पार्टी द्वारा जिस प्रकार निहत्थे राज्य आन्दोलनकारियों पर फायरिंग की गई लाठीचार्ज किया गया साथ ही मातृत्व को अपमानित करने का जो कार्य किया गया आम जनमानस उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता।
प्रदीप कुकरेती ने कहा कि 02-अक्टूबर बापू और लाल बहादुर शास्त्री जी के जन्मशती पर जो काला इतिहास रचा गया वो हमेशा एक शूल की भांति आम उत्तराखण्डी के दिलो में चुभता रहेगा। प्रदीप ने कहा कि राज्य बनने के 21-वर्षो तक किसी भी सरकार ने शहीदों को न्याय दिलाने हेतु ना ही कोई अधिवक्ताओं का पैनल बनाया और ना ही कभी न्यायालय में पार्टी बनी।
रामलाल खंडूड़ी ने व महेन्द्र रावत ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी मंच की लागातार जिस प्रकार नैनीताल के वरिष्ठ अधिवक्ता व पूर्व उप महाधिवक्ता के द्वारा विगत कई माह से मुजफ्फरनगर काण्ड को लेकर सभी संगठनो के साथ समन्वय बनाकर सभी वरिष्ठ अधिवक्ताओं का पैनल बनाकर शीघ्र न्याय दिलाने हेतु प्रयासरत है और हम गांधीवादी तरीके से अभी भी सड़को पर उतरकर व धरने प्रदर्शन करके न्याय की गुहार लगा रहे है़ और इस मुहिम को जारी रखेगे।
सुरेश नेगी व वेदानन्द कोठारी ने कहा कि हमारे युवा राज्य आंदोलनकारी रवीन्द्र जुगरान द्वारा भी लागातार पत्राचार व इलाहाबाद न्यायालय में शीघ्र न्याय दिलाने के लिए संघर्षरत है। जगमोहन सिंह नेगी ने कहा कि जल्द ही आगामी दिनो में मुजफ्फरनगर स्थित रामपुर तिराहे पर सभी संगठनो व अधिवक्ताओं के साथ मिलकर एक बैठक आहूत की जायेगीं हम राज्य के शहीदों व राज्य हितों को लेकर लामबंद रहेंगे।