किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार……

संतोष बंसल- एक अनोखा व्यक्तित्व

 

 किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार  किसी का दर्द मिल सके तो ले उधार.…
किसी के वास्ते हो तेरे दिल में प्यार…. जीना इसी का नाम है..
जी हां ये राजकपूर साहब की फिल्म का चर्चित गीत उन शख्सियतों के चरित्र को दर्शाता है जिन्होंने अपना जीवन  दूसरों की मदद करने में लगा दिया है

 

दिल्ली (बी.आर.चौहान)।आज हम दिल्ली की ऐसी एक शख्सियत से आपको रुबरु कराते है जिनका नाम है संतोष बंसल है जो प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक पद्धति द्वारा लोगों के स्वास्थ्य का ध्यान रख रखते है । यह सज्जन स्वंय का पैसा लगाकर गरीबी रेखा के नीचे व्यक्तियों को निशुल्क दवाई देते हैं या नाम मात्र पैसा लेकर उन्हे दवाइयाँ उपलब्ध कराते हैं।

स्वास्थ्य संतोष समूह (आरोग्य विधान) के संस्थापक और अध्यक्ष संतोष बंसल का जन्म मथुरा के एक संभ्रांत, धार्मिक व प्रतिष्ठित व्यावसायिक परिवार मे हुआ था, इनके दादा जी व पिताजी भी अपने समय के नामी धार्मिक व समाजसेवी व्यक्ति रहे चुके है।

संतोष बंसल जी ने जन स्वास्थ्य सेवा को ही अपने जीवन का उदेश्य बना लिया है। पिछले चार पांच वर्षो से यह काम संतोष जी व इनकी टीम बड़ी मेहनत, लगन व धेर्य से विद्वान चिकत्सको की सलाह से अच्छी अच्छी गुणवता वाली दवाइयों के निर्माण पर गहन शोध का कार्य कर रहे है। इनकी नेक सलाह पर अनेक वर्षो से रोग ग्रस्त लोगों को लाभ मिल रहा है।

संतोष बंसल जी की “आरोग्य विधान सेवा” देश के कई राज्यों मे दी जा रही हैं. व्हाट्स ऐप पर इनसे जुड़े लोग हर सुबह इनका स्वास्थ्य संदेश पढ़कर लाभ उठा रहे है।