हिमालय के धावक कलम सिंह बिष्ट का अमेरिकी 2025 के विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन
सामाजिक कार्यों में भी अव्वल…..
देहरादून। हिमालय के लाल कलम सिंह बिष्ट का अमेरिकी बिग डॉगज व्यक्तिगत अल्ट्रा रनिंग विश्व चैंपियनशिप (Big Dog”s Individual Ultra Running) विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन
सामाजिक कार्यों में भी धावक उत्तराखंड, गढ़वाल मंडल के चमोली जिले के छोटे से गांव मुन्दोली, तहसील देवाल, थराली के रहने वाले कलम सिंह बिष्ट, जिन्हें अल्ट्रा रनर के रूप में तो जाना ही जाता है, अब एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। उन्हें अक्टूबर 2025 में होने वाली प्रतिष्ठित “बिग डॉगज अल्ट्रा व्यक्तिगत विश्व चैंपियनशिप, अमेरिका” के लिए चुना गया है। कलम सिंह न सिर्फ एक शानदार धावक हैं, बल्कि सामाजिक कार्यों में भी उनकी अथक मेहनत उन्हें अलग खड़ा करती है। उनकी यह दोहरी उपलब्धि पूरे उत्तराखंड और देश के लिए गर्व की बात है।
अल्ट्रा रनिंग में चमकता सितारा, समाजसेवा में अग्रणी:
कलम सिंह सिर्फ दौड़ में ही तेज रफ्तार नहीं रखते, बल्कि समाज के विकास में भी उनका योगदान सराहनीय है। उन्होंने “मुन्दोली राइडर्स क्लब” नाम से एक गैर पंजीकृत संस्था की स्थापना की है। यह संस्था अल्ट्रा रनिंग, माउंटेन बाइकिंग, आत्मरक्षा, सार्वजनिक बोलचाल, पर्वतारोहण, संगीत, नृत्य, मंत्रोच्चारण और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी जैसे क्षेत्रों में निशुल्क प्रशिक्षण देकर हिमालयी महिलाओं, गरीब और वंचित बच्चों और ग्रामीणों के विकास में अहम भूमिका निभा रही है।
लगातार 21 घंटे की दौड़कर, 147 किलोमीटर का सफर, और विश्व चैंपियनशिप का टिकट:
कलम सिंह का विश्व चैंपियनशिप के लिए चयन 10-11 फ़रवरी 2024 को गुरुग्राम, दिल्ली के गैरतपुर बास गांव में आयोजित “इंडिया बैकयार्ड अल्ट्रा” (INDIA BACKYARD ULTRA) प्रतियोगिता में उनके शानदार प्रदर्शन के आधार पर हुआ है। इस कठिन प्रतियोगिता में उन्होंने लगातार 21 घंटे दौड़कर 147 किलोमीटर की दूरी तय की और न सिर्फ खुद को, बल्कि पूरे उत्तराखंड का नाम रोशन किया. उनकी यह उपलब्धि न सिर्फ उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है।इस प्रतियोगिता में कुल 29 प्रतिभागी जिनमें 27 पुरुष और 2 महिला प्रतिभागी शामिल थे, जिनमें से उत्तराखंड से कप्तान मनीष, हितेश, सुनील और स्वयं कलम सिंह बिष्ट ने भाग लिया।
अन्य उपलब्धियां:
दौड़ के साथ-साथ समाज सेवा की राह पर निरंतर:
यह कलम सिंह की पहली बड़ी उपलब्धि नहीं है। वह इससे पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय अल्ट्रा रनिंग प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं और जीत हासिल कर चुके हैं। लेकिन उनकी असली जीत समाज सेवा के क्षेत्र में है। “मुन्दोली राइडर्स क्लब” के जरिए वह लगातार गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए तत्पर रहते हैं। उनका मानना है कि सफलता का असली मजा तब है जब उसका समाज के बेहतर होने में इस्तेमाल किया जाए।
कलम सिंह बिष्ट की यह पहली बड़ी उपलब्धि नहीं है। वह इससे पहले भी कई अल्ट्रा रनिंग प्रतियोगिताओं में भाग ले चुके हैं और जीत हासिल कर चुके हैं। वह सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं और जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं।